24 जुलाई 2019, रायपुर। बीजेपी शासनकाल में 9 वर्षो तक आबकारी विभाग में संविदा में पदस्थ रहे आबकारी विभाग के पूर्व ओएसडी समुन्द्र सिंह जो कि हजारों करोड़ के घोटाले की शिकायत किये जाने के बाद से लापता है। अब उन पर एक और नया आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ईओडब्ल्यू ओर शासन से की है। समुन्द्र सिंह की इस महाघोटाले में संरक्षण देने वालो के खिलाफ जनहित में कड़ी कार्यवाही किये जाने की भी मांग की है।
नितिन भंसाली ने बताया कि बीजेपी शासनकाल में शासन के संरक्षण में 9 वर्षो तक आबकारी विभाग में संविदा में पदस्थ रहे आबकारी विभाग के पूर्व ओएसडी समुन्द्र सिंह के खिलाफ उन्होंने घोटले के 119 पन्नो के दस्तावेजो के साथ लगभग 4000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत 25 जनवरी 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री शासन के वरिष्ठ अधिकारी और ईओडब्ल्यू से की थी। जिस पर ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज कर समुन्द्र सिंह के संभावित ठिकानों पर छापामार कार्यवाही भी की थी जिसमे समुन्द्र सिंह ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के हांथ नही लगे और वर्तमान तक वे लापता या फरार है।
नितिन भंसाली ने बताया कि समुन्द्र सिंह के कारनामो की लंबी लिस्ट है। जिसमे उन्होंने पुरानी शिकायत के साथ मे वर्तमान में एक ओर प्रमुख बिंदु पर समुन्द्र सिंह के द्वारा तत्कालीन शासन के संरक्षण में किये गए घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री ओर ईओडब्ल्यू से की है। की गई शिकायत में नितिन भंसाली ने यह बताया है कि आबकारी विभाग में 9 वर्षो तक सेवानिवृत होने के बाद संविदा में पदस्थ रहे ओएसडी समुन्द्र सिंह ने बीजेपी नेताओं के संरक्षण में शासकीय नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए नई आबकारी नीति बनाने, शराब ठेके के नियम बनाने, शराब की लैंडिंग प्राइज ओर बिक्री दर निर्धारित करने, सारे नियमो में मनमाने तरीके से संसोधन करने आदि सारे महत्वपूर्ण शासकीय कार्यो में सक्रिय रहेते हुए शराब ठेकेदारों, शराब निर्माताओं ओर तत्कालीन शासन के मंत्रियों को फायदा पहुंचाया है। वहीं सारी शासकीय नोटिसों में हस्ताक्षर करते हुए पूरी शासकीय प्रक्रिया में शामिल रहे थे जो कि नीतिगत रूप से जुर्म ओर शासकीय नियमो के खिलाफ है। नितिन भंसाली ने प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल से इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल कड़ी कार्यवाही किये जाने का पुनः मांग की है।