शैक्षणिक संस्थान खोलकर फर्जी डिग्रियां बेचने वाला शख्स गिरफ्तार, बी.फॉर्मा, बीएमएस समेत कई फर्जी डिग्रियां बेचता था..

0
74

23 अक्टूबर 2019 रायपुर। राजधानी रायपुर में फर्जी डिग्रियां बेचने के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।पुलिस ने फेक सर्टिफिकेट बेचने के आरोप में एक शैक्षणिक संस्थान के संचालक को गिरफ्तार किया है।आरोपी फर्जी डिग्रियां बेचने का काम करता था।

मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन इलाके के मठपारा, पंडरी में शैक्षणिक संस्थान खोलकर फर्जी डिग्री बांटने वाले संचालक को मंगलवार पुलिस ने दुर्ग से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित शैलेंद्र कुमार ग्वालरे ने पैसे ठगकर कई बेरोजगारों को कार्यालय बुलाकर बीएएमएस, बी फार्मा सहित कई डिग्रियां बांट दी थी। शिकायत पर पुलिस ने आज ही उसके खिलाफ चार सौ बीसी का केस दर्ज किया था। अब आरोपित से पूछताछ कर रही है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी शैलेन्द्र कुमार ने पंडरी में अपना कार्यालय खोल रखा था। आरोपी ने पैसे लेकर अपने कार्यालय से कई युवकों को बीएएमएस, बीफार्मा,सहित कई डिग्रियां बांटे थे। एक पीड़ित की शिकायत पर रायपुर की सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया था। आरोपी बेरोजगारों को झांसा देकर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था।

रायपुर के एएसपी प्रफुल ठाकुर ने बताया कि आरोपी शैलेन्द्र कुमार ने वर्ष 2013 में पंडरी में इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज खोला था, जिसे कुछ दिन बाद ही उसने उसे बंद कर दिया था। इसके बाद यहीं पर कार्यालय संचालित कर फर्जी डिग्री बांटने का काम उसने शुरू किया। फर्जी डिग्री की एवज में वो बेरोजगारों से लाखों रुपये वसूलता था। आरोपी के इंस्टीट्यूट का किसी भी विश्वविद्यालय से संबद्धता नहीं है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 40 हजार कैश, एक हीरो होंडा मोटर साइकिल, 11 मोबाइल फोन और कई फर्जी सर्टिफिकेट जब्त किए हैं. मामले में जांच जारी है।