भोपाल। पैसों के दम पर कुछ भी हासिल करना आसान है। ये कहावत सच कर दिखाया है मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन नाम की प्राइवेट यूनिवर्सिटी ने। भोपाल की इस यूनिवर्सिटी पर आरोप है कि उसने पैसे लेकर छत्तीसगढ़ के कांग्रेस पार्टी के विधायक के नाम पर फर्जी डिग्री जारी कर दी।
- चौकाने वाली बात यह है कि जिसके नाम की डिग्री जारी की गई, उन्होंने वहां एडमिशन ही नहीं लिया।
-आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने लाखों रुपये जमा कराए, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट मंगाई और बैकडेट पर डीसीए की डिग्री दे दी।
दावा किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश की सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी ने पैसे लेकर जारी किया है।
- ये सर्टिफिकेट छत्तीसगढ़ के विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल के नाम से जारी है।
- डॉक्टर साहब एमबीबीएस और एमएस करने के बाद प्रदेश के नामी नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं। साथ ही वर्तमान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के विधायक भी हैं, लेकिन उन्हीं के नाम से डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री जारी होती है।
- निजी विश्वविद्यालय में पैसे लेकर डिग्री बेचे जाने के इस पूरे खेल का खुलासा किया है रायपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव अग्रवाल ने पूरा खेल एक्सपोज किया है।
- इसी साल मार्च में विधायक विनय जायसवाल ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी के फर्जीवाड़े का उल्लेख करते हुए उसपर कार्रवाई की मांग की थी।
- लेकिन करीब ढाई महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में सवाल मध्यप्रदेश की सरकार पर भी उठ रहे हैं।
- हालांकि उच्च शिक्षा मंत्री अब जांच कराने की बात कर रहे हैं।