ट्विटर पर सियासी जंग: संविधान में प्रश्न पूछने के अधिकार वाले ट्वीट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन पर कांग्रेस ने बोला हमला, पूछा कैसे बने घोटालों के बादशाह..

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रायपुर 7 जुलाई, 2020। चिटफंड कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी केस में खैरागढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष के गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश में राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के बड़े नेताओं की जुबानी जंग अब ट्विटर वार के रूप में सामने आ रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के संविधान में प्रश्न पूछने के समान अधिकार वाले ट्वीट पोस्ट के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह पर जमकर हमला बोला है।

मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मैं रमन सिंह से डॉ. रमन अपनी लगन से बना। मुझे विधायक प्रदेश की जनता ने चुना। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व मुझे मेरी पार्टी ने दिया। लेकिन प्रत्येक छत्तीसगढ़वासी को निर्वाचित सरकार से प्रश्न करने का समान अधिकार बाबा साहेब के संविधान ने प्रदान किया है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी। डॉ. रमन सिंह के इस ट्टीव के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस टूट पड़ी।

फिर क्या था कांग्रेस की ओर से लिखा गया है कि रमन सिंह ऐसे पहले विधायक हैं, जिन्हें किसी “विधान सभा” की जनता ने नहीं बल्कि प्रदेश की जनता ने विधायक चुना है। क्या नमूनागिरी है भाई! ये भी बता दो कि विधायक बनने के लिए विधानसभाएं क्यों बदलते रहे, अगर इतने लोकप्रिय थे? घोटालों के आरोप के बादशाह कैसे बने, ये भी बता दो? ट्वीट के जरिए पूर्व सीएम पर घोटालों को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

बता दें एक दिन पहले डॉ. रमन ने ट्विटर में सीएम भूपेश बघेल को पांच मुद्दों पर सवाल पूछा था। जिसके बाद ट्विटर वार छिड़ गया है। राजनीतिक गलियारे में इन ट्वीट की खूब चर्चा हो रही है।