03 नवम्बर के आंदोलन में शामिल होने प्राथमिक शिक्षक संघ ने राज्य के सभी शिक्षक संगठनों के प्रमुखों को लिखा पत्र..

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30 अक्टूबर 2019 रायपुर। सबका संविलियन, प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमोन्नति, वेतन विसंगति दूर करने सहित 3500 पीड़ित परिवारों को अनुकम्पा नियुक्ति देने सहित चार सूत्रीय मांगों के लिए, राजधानी रायपुर में आगामी 03 नवम्बर को किए जा रहे एक दिवशीय धरना प्रदर्शन एवँ आंदोलन के लिए छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू एवँ प्रदेश संयोजक इदरीश खान ने राज्य के सभी शिक्षक संगठनों के प्रमुखों को सोसल मीडिया में खुला पत्र लिखकर, प्रदेश के आम शिक्षक साथियो के हित मे आंदोलन में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की है।
देखिए खुला पत्र में किन संगठन प्रमुखों को, 03 नवम्बर के आंदोलन में सम्मिलित होने हेतु क्या और कैसे अपील व निवेदन की गई है:-

संजय शर्मा,
प्रांताध्यक्ष,
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन।

विरेन्द्र दुबे,
प्रांताध्यक्ष,
शालेय शिक्षाकर्मी संघ।

केदार जैन,
प्रांताध्यक्ष,
संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ छत्तीसगढ़।

विकास राजपूत,
प्रांताध्यक्ष,
नवीन शिक्षाकर्मी संघ।

मनीष मिश्रा,
प्रांताध्यक्ष,
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन।

भूपेंद्र बनाफर,
प्रांताध्यक्ष,
सहायक शिक्षक कल्याण संघ।

लैलूंन भरतद्वाज,
प्रांताध्यक्ष,
क्रांतिकारी शिक्षाकर्मी संघ।

कृष्णकुमार नवरंग,
प्रांताध्यक्ष,
……………. शिक्षाकर्मी संघ।

रंजीत बनर्जी,
प्रांताध्यक्ष,
जनगणना शिक्षाकर्मी संघ।
(वर्ग 03/सहायक शिक्षक)।

गिरीश केशकर,
प्रांताध्यक्ष,
………… शिक्षाकर्मी संघ।

कमलेश्वर राजपूत,
प्रांताध्यक्ष,
व्याख्याता एलबी संघ।

विवेक दुबे,
प्रदेश संयोजक
संविलियन से वंचित मंच।

योगेश पांडेय,
प्रदेश संयोजक,
सार्थक शिक्षक मंच।

शिव सारथी,
शिक्षक नेता,
सहायक शिक्षक फेडरेशन।

अन्य सभी भाईयों समस्त
सम्माननीय प्रांताध्यक्षगण,
………….. शिक्षाकर्मी संघ।

अन्य सभी भाइयों
सम्माननीय प्रदेश संयोजक/संचालकगण,
विभिन्न शिक्षाकर्मी मंच।

आप सभी को सादर नमस्कार..!
वन्दे मातरम…!
जय हिन्द…!

प्रदेश के 1,80,000 शिक्षकों/शिक्षाकर्मीयों के भविष्य व हितों को ध्यान में रखते हुए आगामी 03 नवम्बर के आंदोलन को खुला समर्थन देते हुए, आंदोलन में संगठन के पूरे शतप्रतिशत सदस्यों सहित बढ़चढ़ कर भाग लेने हेतु।

आदरणीय साथियों,
मित्रों, भाइयों…
जैसा कि आप सभी को विदित है कि, आगामी 03 नवम्बर, रविवार को, राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित, धरना-प्रदर्शन स्थल में, प्रदेश के शिक्षाकर्मी/शिक्षक साथियों के हित मे चार सूत्रीय मांगों, मध्यप्रदेश की तर्ज पर प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता की गणना करते हुए 10 वर्ष में प्रथम एवँ 20 वर्ष में द्वीतीय क्रमोन्नति वेतनमान देने, संविलियन से वंचित सभी शिक्षाकर्मियों का तत्काल निशर्त संविलियन करने, वर्ग 03 की वेतन विसंगति दूर करते हुए 5200 + 2400 की जगह 9300 + 4200 वेतनमान स्वीकृत करने एवँ 3500 दिवंगत शिक्षाकर्मी साथियों के पीड़ित शोषित परिजनों को अविलम्ब अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने आदि को लेकर एक दिवशीय धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
उक्त आंदोलन में आप सभी संगठन के सभी नेताओं, सभी संगठन के समस्त सदस्य साथियों, समस्त पदाधिकारियों एवँ सभी भाइयों बहनो का तहेदिल से हार्दिक स्वागत/अभिनंदन/वंदन है।
अतः आप सभी साथियों से विनम्र निवेदन है कि आप सभी साथीगण, अपने पूरे संगठन के समस्त सदस्यों सहित उक्त आंदोलन में बढ़चढ़ कर भाग लेवें व प्रदेश के 1,80,000 शिक्षक साथियों की मांग एवँ आवाज को बुलंद करेंगे।

साथियों, आप सभी जानते है कि आज प्रदेश के 1,09,000 प्राथमिक शिक्षक साथीगण सबसे ज्यादा आर्थिक नुकसान झेल रहे है। प्रत्येक वर्ग 03 को वेतन विसंगति के कारण आज प्रत्येक माह दस, बारह, पन्द्रह एवँ अट्ठारह हजार तक का बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।

चूंकि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता की गणना करते हुए 12 वर्ष में प्रथम एवँ 24 वर्ष में द्वीतीय क्रमोन्नति वेतनमान देना शुरू कर दिया है। परन्तु छत्तीसगढ़ सरकार अब तक अपने कान में तेल डालकर सोई हुई है। जबकि मध्यप्रदेश सरकार की शिक्षाकर्मी भर्ती नियम एवँ सेवा शर्ते ही छत्तीसगढ़ राज्य में लागू हुई है।
अब जब मध्यप्रदेश में क्रमोन्नति मिलनी शुरू हो गई है तब ऐसे में यंहा भी क्रमोन्नति मिलनी ही चाहिए। चूंकि मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति छत्तीसगढ़ से भी बदतर है। छत्तीसगढ़ राज्य आज धन धान्य व आर्थिक रूप से पूरी तरह सम्पन्न है। यंहा बिजली, कोयला, जल, जंगल, जमीन पर्याप्त व भरपूर मात्रा में है। फिर भी मध्यप्रदेश की अपेक्षा यंहा के शिक्षको से अन्याय समझ से परे है।
चूंकि चार सूत्रीय मांगों में से क्रमोन्नति, वर्ष बन्धन एवँ अनुकम्पा नियुक्ति ये तीनो ऐसी मांगे है जिनका लाभ शिक्षाकर्मी वर्ग एक, वर्ग दो एवँ वर्ग तीन सभी को मिलना है।

चार सूत्रीय मांगों के लिए बजट की बात करना या बजट की प्रतीक्षा करना बेईमानी होगी क्योंकि आप सबको हम सबको याद है कि पूर्ववर्ती रमन सिंह सरकार ने जब हम सब के संविलियन की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन पर अम्बिकापुर में मई 2018 में किया उस समय किसी प्रकार की बजट की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ी थी।
इसी प्रकार जून 2018 में हमारे संविलियन का मसौदा पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने लाया तब भी किसी प्रकार की सालाना बजट का इंतजार करना नहीं पड़ा था। सीधे संविलियन की घोषणा हुई और जुलाई 2018 में संविलियन हो गया तथा अगस्त 2018 से वेतन मिलना शुरू हो गया।

ऐसे में अभी भी किसी प्रकार के फरवरी बजट के इंतजार की जरूरत ही नहीं है। सीधे सरकार घोषणा करें और वेतन मिलना शुरू हो।

अतः आप सभी आदरणीय साथियों से आग्रह है कि आप सभी साथीगण अपने संघ-संगठन के समस्त पदाधिकारियों व समस्त सदस्यों सहित उक्त 03 नवम्बर, रविवार के आंदोलन एवँ हड़ताल में बढ़चढ़ कर भाग लें व हड़ताल का पूर्ण समर्थन करेंगे।