तीन मादा हाथियों की मौत के बाद वन विभाग पर उठे सवाल.. वन मंत्री मोहम्मद अकबर बोले- मामले की कराई जा रही जांच…

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सूरजपुर 11 जून, 2020। जिले में पिछले तीन दिनो में हुए दो हाथियों के मौत का मामले से जहां पूरा वन विभाग सकते में है। वहीं आज सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र से सटे बलरामपुर जिले के राजपुर इलाके में भी एक हथिनी कि मौत के बाद पूरा सरगुजा रेंज के वन विभाग के आला अधिकारी के साथ छत्तीसगढ़ के एडिशनल पीसीसीएफ वाईल्ड लाइफ भी रायपुर से सूरजपुर पहुंच हाथियों के मौत कि जांच में जुटे हुए है।

दरअसल सूरजपुर जिले का प्रतापपुर वन परिक्षेत्र पिछले दो दशक से हाथियों का रिहायशी क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में जहां जंगलो से सटे गांवो के ग्रामीण अब हाथियों के साथ जीवन बसर के तरीके भी सीख रहे है। लेकिन सूरजपुर में दो दिन पहले एक गर्भवति हथिनी का शव मिलने के बाद कल फिर एक हथिनी कि संदिग्ध परिस्थिति मे शव मिला और वन विभाग के सामने खङे होते सवालो के जवाब नहीं थे। जहां विभाग के अधिकारी केवल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का हवाला देते रहे। वहीं रायपुर से वाईल्ड लाईफ के अधिकारी भी सूरजपुर पहुंच जांच में जुटे हुए थे कि आज फिर प्रतापपुर वन परिक्षेत्र से सटे बलरामपुर जिले के राजपुर इलाके मे एक हथिनी कि लाश मिली। जहां रायपुर से पहुंचे एडिशनल पीसीसीएफ वाईल्ड लाइफ अरुण पांडे ने बताया कि सूरजपुर के दो हाथियो के पोस्टमार्टम कि प्राथमिक रिपोर्ट मे जहर के लक्षण मिले है। चुंकि दोनों ही हाथी स्वस्थ थे। ऐसे में हाथियों में मिले जहर कि जांच के बाद ही आगे मामले का खुलासा होगा।

पीसीसीएफ वाईल्ड लाइफ के एडिशनल अरुण पांडे ने बताया कि गणेशपुर क्षेत्र में दो हाथियों की मौत और एक सूरजपुर वन परिक्षेत्र में मौत हुई है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार जहरीली पदार्थ खाने से मौत हुई है।   

इस मामले में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि तीन हाथियों के मौत के मामले में 9 जून को हुई हाथी की मौत की प्रारंभिक पोस्टमार्टम की रिपोर्टे में हृदय घात से मौत की जानकारी मिली है। वहीं दूसरी मौत सूरजपुर वन मंडल प्रतापपुर रेंज गणेशपुर के हुई। वहीं किसी पौष्टिक पदार्थ या जहरीली वस्तु खाने के कारण दो अलग-अलग बातें सामने आई है। या जहर देकर मारने का प्रयास किया हो या फिर जहरीली पदार्थ खाने से मौत की आशंका बताई जा रही है। वहीं तीसरे हाथिनी की मौत की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। यह भी जानकारी विभाग की तरफ से आई है। मंत्री अकबर ने आगे बताया कि यह दल विचरण कर रहा था और इस दाल में विचरण करने वाले में राजपुर इसनोजपुर के अतौरी ग्राम में जाकर घर तोड़कर मक्का चावल और 8 किलो महुआ खाए थे पूरा पोस्टमार्टम का पुख्ता रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुआ है यह तीनों बातें प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आया है।

वन विभाग ने मामलों को गंभीरता से लिया है और रिटायर्ड पीसीसीएफ लेवल के अधिकारी के अध्यक्षता में इस पूरे प्रकरण की जांच हम कराएंगे।

वहीं वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि दूसरी हथिनी की मौत हुई है उसके पास कुछ तालाब था बता रहे हैं उसके पानी का भी कुछ सैंपल लिया गया है यह जानकारी मिली है? नही जो टॉक्सिंस पदार्थ के बारे में जहां है स्टीफ़र डॉग की सेवाएं ली गई और बहुत से ऐसे मामले में स्टीफर डॉग के जरिए पकड़ा गया है और इसमें कोई दोसी हो प्रथम दृष्टया ऐसा लगता नहीं है जहरीले पदार्थ को सेवन कर लिया हो इस टाइप का है ऐसी चीजों को खा लिया है जो सूट ना करता हो तो वह पूरी जांच होने के बाद फाइनल रिपोर्ट आएगा लेकिन हम जांच तो कर आएंगे।