04 अप्रैल 2019 भिलाई। चैत्र नवरात्रि 6 से 14 अप्रैल तक पड़ रही है। इस दौरान डोंगरगढ़ जाने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने चार एक्सप्रेस ट्रेनों के रुकने और 4 मेमू ट्रेनों का विस्तार किया है। शिवनाथ और इंटरसिटी एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त सामान्य कोच लगाया जा रहा है। डोंगरगढ़ में कुर्ला-हटिया-कुर्ला, पुरी -जोधपुर-पुरी, हावड़ा-पोरबंदर-हावड़ा और मद्रास-बिलासपुर-मद्रास एक्सप्रेस ट्रेन आते और जाते समय रुकेगी। मेले के दौरान यह सभी एक्सप्रेस ट्रेनें आते और जाते समय दो-दो मिनट के लिए डोंगरगढ़ में रुकेंगी।
शिवनाथ और इंटरसिटी एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच: यात्रियों की सुविधा के लिए गेवरारोड से इतवारी के बीच चलने वाली शिवनाथ एक्सप्रेस में 6 से 14 अप्रैल और बिलासपुर से इतवारी के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में 7 से 15 अप्रैल तक अतिरिक्त सामान्य कोच लगाई जाएगी। इस बार भी उसी तरह की व्यवस्था की जा रही है। नागपुर मंडल से इसका संचालन किया जाएगा। डोंगरगढ़ में अतिरिक्त स्टॉफ की भी ड्यूटी लगाई जा सकती है, ताकि यात्रियों की सुविधा में किसी तरह की कमी न रहे।
- रायपुर रेल मंडल से चलने वाली 3 लोकल ट्रेनों में अस्थायी तौर पर विस्तार किया गया है। भवानीपटना से रायपुर और रायपुर से गेवरारोड जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को डोंगरगढ़ तक और दुर्ग-गोंदिया-दुर्ग मेमू ट्रेन को रायपुर तक चलाई जाएगी। इन तीनों ट्रेनों की संशोधित समय सारणी भी जारी की गई है। नागपुर मंडल से गोंदिया तक चलने वाली ट्रेनों का भी डोंगरगढ़ तक विस्तार किया गया है। इससे नागपुर की ओर से आने वाले यात्रियों को डोंगरगढ़ तक आने के लिए सुविधा मिल सकेगी।
- मेले के दौरान अधिक यात्रियों के आने के मद्देनजर रेलवे स्टेशन में अलग से काउंटर बनाई जा रही है। साथ ही सुरक्षा के लिए भी आरपीएफ के जवानों और जीआरपी के जवानों समेत रेलवे स्टाफ की भी अस्थायी तौर पर व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसी भी तरह की परिस्थिति का सामना किया जा सके। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो। तीन शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी, इससे उनके ऊपर भी कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। भीड़ को भी आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा।
- डोंगरगढ़ से आने वाले यात्रियों से मेला सरचार्ज लिया जाएगा। यह राशि यात्रियों से ट्रेन की टिकट लेते समय लिया जाएगा। यह राशि 5 रुपए हो सकती है। हर बार नवरात्रि के दौरान यात्रियों से मेला सरचार्ज लिया जाता है। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि स्टेशन में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल और काउंटर लगाए जाते हैं। सरचार्ज से उसकी भरपाई होती है। रेलवे का राजस्व भी बढ़ता है।