राज्य स्तरीय बैगा महासभा का आयोजन, बैगा समाज के 6 जिलों से बड़ी संख्या में पहुंचे लोग.. समाज के विकास पर दिया जोर.. कई विषयों पर हुई गंभीर चर्चा..

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बिलासपुर@प्रेम सोमवंशी (कोटा)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वी जयंती के अवसर पर राज्य स्तरीय बैगा (आदिम जनजाति) महासभा का आयोजन अग्रहरि सभा भवन कोटा में 2 अक्टूबर को किया गया। इस महासभा में छत्तीसगढ़ के 6 जिले बिलासपुर, पेंड्रा मरवाही, कबीरधाम, मुंगेली, कोरिया और राजनांदगांव से बड़ी संख्या में बैगा सामाज के लोग शामिल हुए।

  • कार्यक्रम आयोजन बैगा समाज के संवैधानिक अधिकारों की जागरूकता एवं अपने अधिकारों को हासिल करने के लिए किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं विशेषज्ञों के द्वारा विस्तार से समाज के लोगों को बताया गया।
  • आज के दौर में गांधी की विचारधार और सिद्धांतों को समाज में व्यापकता के साथ उतारने की जरुरत है जिसमें शांति, सद्भावना, समता, समानता और आखरी पंक्ति के व्यक्ति की खुशी या मुस्कुराने का मौका मिले इस पर भी जोर दिया गया।
  • बैगा समाज के युवाओं को रोजगार, अवसर और महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा पर गहन विचार विमर्श किया गया। समाज के लोगों को सामाजिक, आर्थिक,  राजनैतिक, विकास के लिए प्रतिबध्द होकर कार्य करने का निर्णय लिया गया।
  • स्वास्थ्य के ममाले में जनजाति के स्वाथ्य की हालत बहुत गंभीर है, जनजाति के लोगों को आज प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए कोसों दूर जाना पड़ता है।
  • महासभा में जल जंगल जमीन एवं प्राकृतिक संसाधनों के स्वामित्व एवं स्थानीय स्वाशसन के तहत प्रबंधन एवं हक की आवाज को मजबूत किया गया।
  • कार्यक्रम में बैगा युवाओं को जाति प्रमाण पत्र बनाने में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है साथ ही राशन एवं पेंसन की बुनियादी अधिकारों पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया। 
  • कार्यक्रम का आयोजन – नांगा बैगा जनषक्ति संगठन कोटा के द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ईतवारीराम मछिया बैगा (प्रदेशाध्यक्ष बैगा समाज छत्तीसगढ़) सहित आदेश बैगा, डोमार सिंह बैगा, ज्ञानू बैगा, विभीषण पात्रे, अनिल बामने, रामबहादुर बैगा, रोहित रत्नाकर, प्रेम खरे, अमोनी, दीपीका जोषी, चंद्रप्रताप उइके, चंद्रकांत यादव, सीमांचल आचारी, शिवरात बैगा, रामसिंह बैगा, पवन सिंह बैगा, लखन सिंह बैगा उपस्थित रहे।