रायपुर। दुर्ग सांसद व नवनिर्वाचित दुर्ग ग्रामीण से विधायक ताम्रध्वज साहू को 30 दिनों के भीतर एक पद से इस्तीफा देना होगा। उन्हें अब 11 जनवरी से पहले ये फैसला लेना होगा। समझा जा रहा है कि मई -19 में संसदीय चुनाव को देखते हुए साहू कैबिनेट मंत्री बने रहना चाहेंगे। पार्टी में मंत्री पद के साथ मजबूती से काम करना चाहते है।
ताम्रध्वज साहू ने 2014 में हुए संसदीय चुनाव में दुर्ग से करीब 13 हजार मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी की कद्दावर नेत्री सरोज पांडे को हराया था। सांसद के रूप में उनका कार्यकाल अब पांच माह शेष रह गया है। पार्टी ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में दुर्ग ग्रामीण से उतारा और वे 27 हजार वोटों से जीते। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के मुताबिक सांसद और विधायक के दो पदों पर निर्वाचित नेता को एक महिने के भीतर एक पद छोड़ना होता है। यह अवधि दूसरे पद का निर्वाचन प्रमाण पत्र लेने के बाद से गिनी जाएगी। यानी साहू को 11 जनवरी 2019 तक इस्तीफा देना होगा। कैबिनेट मंत्री का शपथ लेते ही ताम्रध्वज साहू अब सांसद पद से इस्तीफा दे सकते हैं। फिलहाल उन्होंने कोई फैसला नहीं किया है। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी से चर्चा के बाद फैसला करूंगा।
बता दें कि उनके सांसद पद छोड़ने की स्थिति में उप चुनाव की नौबत नहीं आएगी क्योंकि 6 माह के भीतर संसदीय चुनाव होने हैं।