रायपुर 10 जुलाई, 2019। तेलंगाना पावर कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी का अबतक बिजली का 23 सौ करोड़ रुपए भुगतान नहीं किया है। जिससे छत्तीसगढ़ सरकार को काफी नुकसान हो रहा है। लंबे समय से तेलंगाना पावर कंपनी इसका भुगतान ही नहीं कर रही हैं। राज्य सरकार की तरफ से तेलंगाना पावर कंपनी को लगातार लेटर लिखा जा रहा था। और समय-समय पर फोन भी किया जा रहा था। लेकिन तेलंगाना पावर कंपनी की तरफ से कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला। इसका बाद अब समाधान निकालने छत्तीसगढ़ पावर कंपनी के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शुक्ला ने खुद तेलंगाना जाकर अफसरों से मिलकर इस ममाले को सुलझाने का फैसला किया है। पावर कंपनी के अध्यक्ष और पावर वितरण कंपनी के एक डायरेक्टर जीसी मुखर्जा आज को तेलंगाना के लिए रवाना होंगे।
- पावर कंपनी के मड़वा संयंत्र में लगी 500 मेगावाट की दो इकाइयों की बिजली तेलंगाना को देने का अनुबंध पिछली सरकार में पावर कंपनी ने किया था।
- यह अनुबंध संयंत्र प्रारंभ होने से पहले ही कर लिया गया था।
- पावर कंपनी को तेलंगाना को 10 साल तक मड़वा की पूरी बिजली देनी है।
- पावर कंपनी ने 2017 से तेलंगाना को बिजली देना प्रारंभ किया है।
- हर माह पावर कंपनी तो तेलंगाना का करीब 200 करोड़ की बिजी देती है, लेकिन जहां तक भुगतान का सवाल है तो कभी भी तेलंगाना ने हर माह का पूरा भुगतान नहीं किया है।
- यही वजह है कि करीब दो साल में ही तेलंगाना पर 23 सौ करोड़ का बकाया हो गया है।
- अध्यक्ष ने की जाने की पहल लगातार पत्राचार और फोन पर चर्चा करने के बाद भी जब तेलंगाना ने बकाया देने में गंभीरता नहीं दिखाई तो अंतत: पावर कंपनी के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शुक्ला ने तेलंगाना जाकर ही इस मामले को सुलझाने का फैसला किया है।
- वे अब बुधवार को पावर वितरण कंपनी के डायरेक्टर जीसी मुखर्जी के साथ तेलंगाना जा रहे हैं।
- शैलेंद्र शुक्ला ने बताया, वे तेलंगाना सरकार के मुख्य सचिव के साथ उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव और पावर कंपनी के अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
- पिछले माह दो सौ करोड़ मिले थे बकाया का भुगतान करने के लिए पावर कंपनी द्वारा लगातार तेलंगाना की पावर कंपनी से बात करने पर बतुश्किल पिछले माह दो सौ करोड़ हो गया है।