मीसाबंदियों का मामला संसद में गूंजा… लोकतंत्र सेनानी का दर्जा देकर सम्मानित करने की मांग की.. इस सांसद का माना आभार…

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रायपुर 18 मार्च, 2020। बिलासपुर से लोकसभा सांसद अरुण साव ने आज लोकसभा में आपातकाल में लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले आपातकाल योद्धाओं को लोकतंत्र सेनानी का दर्जा देकर सम्मानित करने की जोरदार मांग की।

सांसद अरुण साव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत का एक काला अध्याय, जिसे हम सब आपातकाल के नाम से जानते हैं इस दौरान देश भर के लाखों लोगों को जेल में डाल कर तरह-तरह की यातनाएं दी गई थीं।

उन्होंने कहा कि इस सदन के कई माननीय सदस्य यातना के शिकार हुए थे, माननीय अध्यक्ष महोदय इस दौरान इन लोगों के परिवारों को भी कई प्रकार की यातनाएं दी गयीं और कई परिवार  बर्बाद भी हुए।

सांसद ने सरकार से कहा कि लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान को देखते हुए छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश सहित कई अन्य एन डी ए शासित राज्यों में इनको लोकतंत्र सेनानी का दर्जा देकर उन्हें सम्मानित किया गया, लेकिन जैसे ही सरकार बदली और कांग्रेसी सत्तारूढ़ हुए, अत्याचार हुआ, तो मैं आपके माध्यम से यह मांग करता हूं कि देश के लोकतंत्र की रक्षा में जिन्होंने योगदान किया उनको लोकतंत्र सेनानी का दर्जा देकर सम्मानित किया जाये. 15 लोकसभा सांसदों ने मेज थपथपाकर श्री अरुण साव की मांग का समर्थन किया।

लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सोनी, उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने, राष्ट्रीय सयुंक्त सचिव मदन बाथम, छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष द्धारिका जायसवाल, बिलासपुर अध्यक्ष सुनील पौराणिक, रायपुर अध्यक्ष जयंत तापस तथा कार्यालय सचिव संतोष शर्मा आदि ने सांसद अरुण साहू का आभार व्यक्त किया है।