कार कंपनी के सर्विस सेंटर ने रिपेयरिंग के लिए लाखों रुपये वसूले लेकिन कार में बनी रही समस्या.. जिला उपभोक्ता फोरम ने लगाया जुर्माना..

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दुर्ग। कार कंपनी के सुपेला भिलाई एवं रायपुर स्थित सर्विस सेंटर महादेवा कार्स प्राइवेट लिमिटेड ने दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हुए वाहन की रिपेयरिंग के लिए लाखों रुपए लेने के बाद भी वाहन ठीक से नहीं बनाया,  इस आचरण को व्यवसायिक कदाचरण एवं सेवा में निम्नता करार देते हुए जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये और लता चंद्राकर ने 21000 रुपये हर्जाना लगाया और वाहन को सुधार कर उसकी समस्या दूर करने के लिए आदेशित किया।

ग्राहक की शिकायत

कोहका भिलाई निवासी विनय कुमार प्रसाद की डस्टर कार अप्रैल 2017 में दुर्घटनाग्रस्त हो गई कार को लेकर परिवादी महादेवा कार्स प्राइवेट लिमिटेड के भिलाई शोरूम गया, जहां कार बनाने में असमर्थता जताते हुए रायपुर के मुख्य सर्विस सेंटर में ले जाने को कहा गया। रायपुर मुख्य सर्विस सेंटर में तीन महीने तक कार को रखने के बाद रिपेयरिंग चार्ज के रूप में 393632 रुपये लेकर 28 सितंबर 2017 को गाड़ी सुधार कर सौपी गई लेकिन वाहन को ठीक से नहीं बनाया गया उसमें एक-दो हफ्ते में प्रॉब्लम आना शुरू हो गई। वाहन में लहराने, स्टेयरिंग जाम होने तथा जंपिंग करने जैसी समस्या आने लगी, इसके बाद शिकायत करने पर सर्विस सेंटर की सलाह से पहली बार गाड़ी के टायर बदलवाये गए, फिर दोबारा गाड़ी में नया स्टेयरिंग लगवाया गया और बाद में गाड़ी के बुश बदलवाये गए, इसके बाद भी गाड़ी में लहराने की समस्या बनी रही। रिपेयरिंग के लिए लाखों रुपए लेने के बाद भी वाहन को पूरी तरह से ठीक नहीं किया गया।

प्रकरण में अनावेदक सर्विस सेंटर महादेवा कार्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से अधिवक्ता उपस्थित हुए परंतु कोई जवाब पेश नहीं किया गया।

फोरम का फैसला

प्रकरण में पेश दस्तावेजों के आधार पर जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये व लता चंद्राकर ने यह प्रमाणित पाया कि दिनांक 28.09.2017 को वाहन बनाकर सौंपा गया उसके बाद लगातार परिवादी 04अक्टूबर 2017,  07 नवंबर 2017 और 08 जनवरी 2018 को अनावेदक सर्विस सेंटर के पास जाकर वाहन की समस्या के लिए संपर्क करता रहा जिसके तहत बार-बार वाहन में सुधार कर सामान लगाए जाते रहे। 09 जनवरी 2018 को तैयार किए गए क्वालिटी सर्टिफिकेट में भी वाहन की समस्याओं को उल्लेखित किया गया है, जिससे यह सिद्ध होता है कि वाहन के एवज में लाखों रुपये रिपेयरिंग चार्ज लेने के बाद भी सर्विस सेंटर वाहन की समस्या का निदान करने में असफल रहा जबकि अनावेदकगण अधिकृत सर्विस सेंटर है, जहां कुशल इंजीनियरों की निगरानी में प्रशिक्षित मैकेनिकों द्वारा रिपेयरिंग का कार्य संपूर्ण सुविधाओं के साथ किया जाता है, ऐसे में वाहन की समस्या को दूर किया जाना असंभव नहीं है परंतु अनावेदकगण ने परिवादी की ओर से लाखों रुपए सुधार कार्य के एवज में लेने के बाद भी वाहन को समस्यामुक्त नहीं किया और वाहन में लहराने की समस्या विद्यमान रही। यह स्थिति स्पष्ट रूप से व्यवसायिक दुराचरण और सेवा में निम्नता को प्रमाणित करती है।

जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष लवकेश प्रताप सिंह बघेल, सदस्य राजेन्द्र पाध्ये और लता चंद्राकर ने सर्विस सेंटर महादेवा कार्स प्राइवेट लिमिटेड रायपुर एवं भिलाई को व्यवसायिक कदाचरण एवं सेवा में निम्नता का जिम्मेदार ठहराते हुए 21000 रुपये हर्जाना लगाया, जिसके तहत अनावेदकगण परिवादी को मानसिक कष्ट की क्षतिपूर्ति स्वरूप 20000 रुपये तथा वाद व्यय हेतु 1000 रुपये अदा करेंगे तथा आदेश दिनांक से एक माह के भीतर परिवादी से वाहन प्राप्त करेंगे तत्पश्चात 15 दिनों में वाहन की समस्या का निदान कर परिवादी को वाहन सुपुर्द करेंगे, जिसके बाद परिवादी 15 दिन तक वाहन का परिचालन करके अनावेदकगण को संतुष्टि प्रमाण पत्र प्रदान करेगा।