नई दिल्ली 25 जुलाई, 2019। लोकसभा में आज गुरुवार को तीन तलाक बिल पेश किया जाएगा। भाजपा ने इसके लिए अपने सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने भी अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है। और सभी सांसदों को संसद में मौजूद रहने की निर्देशित किया गया है।
गौरतलब है कि भारी बहुमत से दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद मोदी सरकार ने लोकसभा के पहले सत्र में तीन तलाक विधेयक का मसौदा पेश किया था। आज यह विधेयक लोकसभा की मंजूरी के लिए रखा आएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले संसद में बजट सत्र के पांचवे दिन 21 जून को इस विधेयक का मसौदा पेश किया गया था। जिस पर विपक्षी दलों ने कड़ा ऐतराज जताया था।
विरोध के बीच तीन तलाक विधेयक लोकसभा में पास
सरकार ने विपक्ष के विरोध के बीच 21 जून को तीन तलाक पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और भारतीय दंड संहिता के तहत इस प्रथा को दंडनीय अपराध बनाने के लिए लोकसभा में विधेयक पेश किया था। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि या मुस्लिम परिवारों को नुकसान पहुंचाएगा और यह विधेयक भेदभाव पूर्ण है।
केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जैसे ही तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने के लिए मुस्लिम महिला विधेयक 2019 लोकसभा में पेश किया था। विपक्षी सदस्यों ने मांग की थी कि राजनीतिक दलों के सभी सांसदों को शामिल करने के लिए इस पर व्यापक विचार-विमर्श किया जाना चाहिए विपक्ष ने लोकसभा सदस्य ओम बिरला से विधेयक पेश किए जाने के दौरान मत विभाजन का अनुरोध किया था 186 सांसदों ने विधेयक के पक्ष में मतदान किया कि 74 सांसदों ने उनके खिलाफ मतदान किया था।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसे पेश करते हुए कहा था कि लोगों ने सरकार को कानून बनाने की लिए चुना है और ऐसा करना उनका कर्तव्य है उन्होंने यह भी कहा कि सांसदों को न्यायधीश नहीं बनना चाहिए।
प्रसाद ने कहा था कि या कानून तीन तलाक कि पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए है। जानकारी के अनुसार 2017 के बाद तीन तलाक के कुल 546 मामले प्रकाश में आए इनमें से 229 सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद सामने आए और इस मुद्दे पर अध्यादेश जारी होने के बाद केवल 31 मामले सामने आए हैं।