रायपुर 8 फरवरी, 2019। छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद आज भूपेश बघेल ने पहला बजट विधानसभा में प्रस्तुत किया। उनके इस बजट ने प्रदेश के आशान्वित सहायक शिक्षक वर्ग-3 की उम्मीदें तोड़ दी है। भूपेश सरकार से वर्ग तीन के शिक्षाकर्मियों को काफी उम्मीद थी। उन्हे पूरा विश्वास था कि जिस तरह से कांग्रेस को जिताने में आरपार की लड़ाई लड़ी। भाजपा को खुली चुनौती देते हुए खुलकर कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया। और राज्य में सरकार बनाने में पूरी मदद की। बावजूद उनके हित में फैसला न लिए जाने से काफी नाराजगी देखी जा रही है।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन के पूर्व प्रान्तीय संयोजक इदरीश ख़ान ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि..
- सरकार ने लाखों शिक्षाकर्मियों की उम्मीदें आम बजट से जुड़ी थी
- उम्मीदें पाल रखे थे कीं कम से काम 2 मांगें इस बजट से पूरी होगी।
- बचे 48 हजार शिक्षकों का संविलियन और पदोन्नति से वंचित शिक्षाकर्मियों को क्रमोन्नति को आम बजट मे जोड़ कर लाभ दिया जायेगा।
- जिसकी हलचल बजट कें पूर्व बन रही थीं। परन्तु ऐसा नतीजा कुछ नहीं आया जिससे प्रदेश कें लाखो शिक्षाकर्मियों में मायूसी और आक्रोश पनप रहा है ।
- वही संविलियन के बाद शिक्षाकर्मियों के वंचित वर्ग की हितो की कसमे खा कर लाखों लोगों को फ़ेडरेशन के नाम पर जोड़ कर भीड़ तन्त्र का दुरुपयोग करने वाले 12 संचालको का इस बजट पूर्व की गयी वादा निभाओ रैली कर जो सरकार को चिढ़ाने का काम किया वो किसी से छिपा नहीं है।
- फ़ेडरेशन को अपने घोषणा के अनुरूप अगले कदम की घोषणा कर लाखों लोगों को हक दिलाना चाहिये नहीं तो आक्रोशित लोगों को भीड़ कें रूप मे बरगलाने से ज्यादा फ़ेडरेशन कुछ नहीं कर पाया है और ना कर पाएगा ।