आदिवासी युवक ने की आत्म हत्या, व्यापारी और ASI का लिखा नाम… 3 पर FIR

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रायगढ़, 21 अक्टूबर 2021। रायगढ़ में बुधवार को एक आदिवासी युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी। मरने से पहले उसने दीवार पर लिखा कि नमो पटेल और चंद्रा पुलिस ने उसकी जान ली है। आरोप है कि व्यापारी नमो पटेल के दबाव में पुलिस ने मारपीट की FIR दर्ज की थी और अब निपटारे के लिए रुपए का दबाव बना रहे थे। मामला सामने आने के बाद गुरुवार को SP ने ASI अर्जुन चंद्रा को सस्पेंड कर दिया है। 3 के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।

जानकारी के मुताबिक, कोतरा रोड थाना क्षेत्र के गांव उसरौट निवासी 26 वर्षीय ईश्वर प्रसाद सिदार का शव बुधवार को घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। ईश्वर और उसके पिता मोहन लाल मजदूरी और छोटा-मोटा काम करते हैं। 4 दिन पहले मोहन लाल और उसके भतीजे रमेश सिदार का झगड़ा हुआ था। यह विवाद पारिवारिक कारणों से हुआ था, लेकिन झगड़े के बाद रमेश ने ईश्वर के खिलाफ FIR करा दी थी। जबकि उसका विवाद मोहन से हुआ था। परिजनों का आरोप है कि रमेश उस इलाके के एक बड़े कारोबारी और प्रभावशाली नेता नमो पटेल के लिए काम करता है। नमो का प्रभाव पुलिस पर है। उसी के दबाव में FIR हुई।

इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने मामला रफा-दफा करने के लिए 20 हजार रुपए मांगे और थाने बुलाया। परिवार के लोग इस संबंध में लगातार थाने जा रहे थे।

परिजनों ने गांधी प्रतिमा के सामने दिया धरना

घटना के बाद ईश्वर के परिजन देर शाम गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए थे। उसके पिता मोहन का आरोप है कि उसरौट के व्यवसायी के कहने पर उसके बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। परिवार को फोन कर बुलाया और थाने में दिनभर बैठाए रखा। एक कर्मी ने बाहर ले जाकर रुपए देने और मामला रफा-दफा करने के लिए कहा। उसके पास रुपए नहीं थे, इसलिए तीन-चार दिन का समय मांगा था।

तीनों आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप

घटना के बाद देर रात तक हंगामा चलता रहा और राजनीति भी शुरू हो गई थी। इसे देखते हुए SP भी रात में धरने पर बैठे परिजनों से मिलने पहुंचे। थाना प्रभारी चमन सिन्हा ने बताया कि ASI अर्जुन चंद्रा सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें व्यापारी नमो पटेल और ईश्वर के चचेरे भाई रमेश सिदार का भी नाम है। तीनों पर एक राय होकर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।