तीर, धनुष, कुल्हाड़ी लेकर आए नजर आदिवासी, जानिए क्या है वजह…..

0
299

बीजापुर : कोरोना का प्रभाव राज्य के सभी जिलों में दिख रहा है राजधानी रायपुर में ही नहीं नक्सल क्षेत्र भी इसकी चपेट में आ गया है जहा एक और आदिवासियो के जीवन यापन का कोई ठिकाना नहीं है, न ही कोई रोजगार, जहा नक्सली मुठभेड़ की खबर आए दिन सुर्ख़ियों में बनी रहती है वहीं एक ओर मंगलवार को एक ऐसा “मामला सामने आया है जहां नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर में आदिवासी ग्रामीणों ने बड़ी तादाद में खामोशी से चेहरों पर गुस्सा लिए हजारों की संख्या में शासन और स्थानीय प्रशासन से नाराज सड़कों पर चलते नजर आये

बढ़ रही पुलिस की गश्त
ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते सही इलाज नहीं मिल रहा, स्कूली छात्रों को पढ़ाई में दिक्कतें हो रही हैं, पूरे इलाके में फोर्स और नक्सलियों की वजह से भय का माहौल है, सप्ताहिक बाजार बंद हैं, गांव और जंगल के इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ने से दिक्कतें हो रही हैं।

तीर, धनुष, कुल्हाड़ी लेकर आए नजर
इस रैली में ग्रामीण अपने पारंपरिक वेशभूषा में नजर आए, लगभग सभी के हाथों में तीर, धनुष, कुल्हाड़ी जैसे हथियार थे, ग्राम देवी-देवता लाकर सभी एक जगह पर जमा हुए और पारंपरिक नृत्य करते हुए देवताओं की पूजा भी की। बीते 4 सितंबर को पुसपाल गांव में 4 ग्रामीणों के नक्सलियों ने हत्या कर दी थी।

पुलिस में शिकायत करने से किया मना
दो के मामले ही पुलिस के पास दर्ज हुए। लोगों ने पुलिस में शिकायत करने से मना कर दिया था। तभी से ग्रामीण और पुलिस के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। गंगालुर गांव के सरपंच राजू कमलु को पूछताछ के लिए गंगालुर थाना बुलाया गया था। इसका भी