रेडियो प्रोगाम ‘हमर ग्रामसभा’ में जनता से रूबरू हुए टीएस सिंहदेव, इन तीन जिलों के लिए दी सौगात

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रायपुर : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने रविवार को आकाशवाणी पर ‘हमर ग्रामसभा’ का कार्यक्रम किया, जिसमें छत्तीसगढ़ी और हल्बी भाषा मे यह प्रोग्राम किया गया। इस दौरान मंत्री ने शहरी इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। सिंहदेव ने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा एवं डॉक्टर्स तैयार करने के लिए प्रदेश में छः मेडिकल कॉलेज संचलित हैं। वहीं कांकेर, महासमुंद और कोरबा में नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने हैं।

इन सुविधाओं पर जोर
मेडिकल कॉलेजों के साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल और जिला अस्पतालों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

प्रदेश में प्रत्येक 250 लोगों के बीच एक मितानिन के जरिए भी लोगों को अत्यावश्यक दवाईयां सुलभ कराई जा रही हैं। गांवों और शहरों में तैनात करीब 70 हजार मितानिनें मलेरिया जांच के साथ ही लोगों को सेहत के प्रति जागरूक करने का काम भी लगातार कर रही हैं।

हर वर्ग का ख्याल
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कार्यक्रम में बताया कि डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से बीपीएल श्रेणी के परिवारों को सालाना पांच लाख रूपए तक और एपीएल परिवारों को 50 हजार रूपए तक का इलाज मुहैया कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से 14 गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए जरूरतमंदों को 20 लाख रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

रोगों की जानकारी दी
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने ग्राम पंचायत एवं स्वास्थ्य विषय पर आधारित रेडियो कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, कुष्ठ रोग एवं क्षय रोग नियंत्रण, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण, मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान, गैर संचारी रोग नियंत्रण तथा कृमि मुक्ति दिवस के आयोजनों के बारे में भी जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान, निमोरा द्वारा तैयार विशेष रेडियो कार्यक्रम ‘हमर ग्रामसभा’ के माध्यम से हर सप्ताह विभाग से जुड़े किसी एक विषय पर श्रोताओं से रू-ब-रू होते हैं। आकाशवाणी रायपुर से प्रसारित इस कार्यक्रम को प्रदेश में आकाशवाणी के सभी केंद्र एक साथ रिले करते हैं। बस्तर के श्रोताओं के लिए जगदलपुर केंद्र से कार्यक्रम का प्रसारण हल्बी और छत्तीसगढ़ी में किया गया। वहीं आकाशवाणी के अन्य केंद्रों से छत्तीसगढ़ी में इसका प्रसारण किया गया।