03 अगस्त 2019, दुर्ग। पिता की पिटाई से व्यथित दो बहनें आगरा से भागकर दुर्ग पहुंची। दोनों बहनें छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 18238) में सवार हुई थी। दुर्ग रेलवे स्टेशन पर चेकिंग के दौरान आरपीएफ ने संदेह के आधार पर दोनों बहनों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने पिता की पिटाई कारण घर से भागने की जानकारी दी। इसके बाद आरपीएफ ने उनके पिता को जानकारी दी और लड़कियों को सखी सेंटर और सीडब्ल्यूसी में रखवाया है।
आरपीएफ की टीम ने दुर्ग रेलवे स्टेशन पर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की जांच की। जांच के दौरान स्तुति राजपूत (18) अपनी छोटी बहन वंशिका राजपूत (11) के साथ ट्रेन में संदिग्ध हालत में मिली। आरपीएफ ने दोनों बहनों को ट्रेन से नीचे उतारा और पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे टंकी वाला थोक, श्यामा शमसाबाद रोड आगरा की रहने वाली हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उनके पिता चंद्रशेखर राजपूत आगरा में एक स्कूल चलाते हैं। पिता उन्हें रोजाना मारते पीटते हैं।
रोजाना की पिटाई जब उनके बर्दाश्त से बाहर हो गई तो वे घर से भाग गई। दोनों बहनों ने आरपीएफ अधिकारियों को यह भी बताया है कि वे अब दोबारा अपने घर नहीं जाना चाहती हैं। उनसे उनके पिता का नंबर लेकर फोनकर इसकी जानकारी दी गई। साथ ही आरपीएफ की टीम ने चाइल्ड लाइन और सखी सेंटर को भी सूचित कर दिया है। बड़ी बहन स्तुति राजपूत को अस्थाई रूप से सखी सेंटर में रखा गया है। वहीं नाबालिग वंशिका राजपूत को चाइल्ड लाइन में रखा गया है। दोनों के परिजनों के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।