अनूठी पहल: लॉक डाउन में देवेश शर्मा ने अपने जन्मदिन पर पेश की मिसाल… करीब आधी सैलरी किये डोनेट.. जरुरतमंदों के लिए खर्च किये जाएंगे..

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रायपुर। COVID-19 महामारी से लड़ने पूरा देश अपने घरों में कैद है। पिछले 16 दिन से देश में लॉकडाउन है और देश में कितने ही लोग ऐसे हैं जो लॉकडाउन के चलते खाने को मोहताज हो गए हैं। हालांकि सरकार और प्रशासन लगातार ऐसे लोगों की मदद करने में लगी है।

आपदा की इस घड़ी में रायपुर के देवेश शर्मा ने अपने जन्मदिन पर ऐसे लोगों की मदद करने की ठानी है। और अपनी करीब आधी सैलरी 5000 रूपये की रकम ऐसे लोगों पर खर्च करने के लिए जन मन संस्था को दान की है। इस राशि से उन जरुरतमंदों को मदद की जाएगी जिनको वाकई मदद की जरूरत है।

जन मन संस्था के संस्थापक सदस्य रवि गढ़पाले और विनय यादव ने बताया कि संस्था के जनकल्याणकारी कार्यों को देखते हुए एक नई और अनूठी पहल की शुरुआत की गई है। संस्था की अपील पर देवेश शर्मा पिता स्व. ऋतिराज शर्मा ने अपने जन्मदिन को नए तरीके से बनाने का प्रण किया और इसी संदर्भ में उन्होंने संस्था को ₹5000 का अनुदान दिया।  COVID 19 महामारी के मद्देनज़र, पैसे को संस्था जरूरतमंद व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने में लगाएगी। आपको यह जानकर और भी हैरानी होगी कि देवेश शर्मा खुद एक दिव्यांग हैं और ऐसे में समाज की सहायता कर वह एक मिसाल पेश किये हैं।

सच ही कहा इंसान दिव्यांग तन से मन से होता है। सीजी मेट्रो की पूरी टीम ऐसे देश के युवा देवेश शर्मा को सलाम करता है। जो इस संकट की घड़ी में अपने खर्चों की परवाह किये बगैर अपनी आधी सैलरी दान कर दी।

मंज़िल उन्हीं को मिलती है

जिनकी कोशिशों में जान होती है

पंखों से कुछ नहीं होता

हौसलों से उड़ान होती है

इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है जनसम्पर्क विभाग में कार्यरत देवेश शर्मा ने। देवेश एक दिव्यांग चतुर्थ वर्ग कर्मचारी हैं, जिनका आज जन्मदिन है। कोविड-19 से सहमे आज के परिदृश्य में जन्मदिन मनाने का भला क्या तरीका हो सकता है। हम और आप होते तो अपने घरों के सुरक्षित वातावरण में बैठे, परिवार के साथ उपलब्ध संसाधनों में बेहतर से बेहतर जन्मदिन मनाने का प्रयास करते। लेकिन देवेश जी ने अपने जन्मदिन के लिए बचाए पैसों को गरीबों के अनाज के लिए जन-मन फाउंडेशन को दान कर दिया।

देवेश जी का यह दान, जन-मन फाउंडेशन के हाथों से होते हुए, कई गुना होकर जरूरतमंदों तक पहुंचेगा। जिन भूखे लोगों, बच्चों के मुंह में देवेश जी के इस दान से निवाला पहुंचेगा, उनके दिलों से निकलने वाले आशीर्वचन क्या जन्मदिन के अवसर पर दिए जाने वाले हजारों साल जीने की दुआओं से बेहतर नहीं होंगे ? देवेश जी की तरह हर किसी को समाज के उन वर्गों के लिए, जो रोज कमाने, रोज खाने वाले हैं, जो अपने बंद पड़े रोजगारों की वजह से अपने बच्चों का पेट नहीं भर पा रहे हैं, राशन उपलब्ध कराने हेतु दिल खोल कर दान करना चाहिए ।

प्रभू श्रीराम जब लंका पर चढ़ाई के लिए समुद्र पर सेतु बांध रहे थे, तब एक गिलहरी भी अपने मुंह मे रेत भर भर के समुद्रमें डाल रही थी । देखने वाले वानरों ने उसके प्रयासों का मजाक उड़ाया, लेकिन श्रीराम ने उसे प्रोत्साहित किया, उसे दुलारा । कोरोना के खिलाफ ये वैश्विक, सामूहिक प्रयास भी समुद्र में सेतु बंधन से कम कठिन नहीं है । इस प्रयास में हर किसी का योगदान आवश्यक है। जो भी इस यज्ञ में आहूति देने की सोचे बैठे हैं, पर किसी कारणवश कर नहीं पा रहे हैं, उन्हें देवेश जी एक सशक्त राह दिखा रहे हैं ।  जब दिमाग कमजोर होता है, परिस्थितयाँ समस्या बन जाती है… जब दिमाग स्थिर होता है, परिस्थितयाँ चुनौती बन जाती है… जब दिमाग मजबूत होता है, परिस्थितयाँ अवसर बन जाती है । यह कोरोना भी एक अवसर है, समाज के प्रति, देश के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने का ।

जन-मन फाउंडेशन परिवार देवेश शर्मा का हार्दिक आभार व्यक्त करता है, और उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता है। देवेश जी ने सार्थक जीवन की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जन-मन फाउंडेशन इस दिशा में देवेश जी के साथ कदम से कदम मिला कर चलने और साथ देने का आश्वासन देता है ।