अस्पताल के लिये दान की जमीन पर कॉम्लेक्स तानने वाले पूर्व मंत्री, पूर्व महापौर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है: कांग्रेस

0
178

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी के रायपुर सांसद, पूर्व महापौर सुनील सोनी और रायपुर दक्षिण विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जहां एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनका पूरा मंत्रिमंडल और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूरी टीम कोरोना महामारी के लड़ाई लड़ने की लिये दिन-रात जुटे हुवे है। जिसका की सुखद परिणाम पूरे देश के सामने आया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश कर्नाटक उत्तराखंड बिहार गुजरात बहुत कम है और एक भी मरीज की मौत नही हुई है। इसका श्रेय उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का त्वरित निर्णय और लोकहित फैसलों को तत्काल लागू करना बताया है।

प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा सांसद पूर्व महापौर सुनील सोनी और रायपुर दक्षिण विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर कोरोना महामारी के समय सस्ती राजनीति का आरोप लगाया है तिवारी ने कहा कि भाजपा के दोनों नेताओं को यह बताना चाहिए कि उनके संसदीय क्षेत्र और रायपुर दक्षिण विधानसभा में उनके घर के पास की जमीन जिसे स्वर्गीय राजाराम तिवारी द्वारा दान की गई उस सरकारी जमीन जिस पर केवल अस्पताल ही रहना चाहिए था उसे दोनों नेताओं ने आपसी सांठगांठ करके आलीशान कमर्शियल कॉन्प्लेक्स रूप में तान दिया और सरकारी अस्पताल को चौथे माले पर टांग दिया इसे देख दानवीर स्व राजाराम तिवारी अंतरात्मा तड़प उठी होगी।भारतीय जनता पार्टी के नेता राज्य में कोरोना महामारी की लड़ाई के समय केवल बयान वीर बने हुए हैं जबकि रायपुर सांसद सुनील सोनी को जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मांगे गए 30 हजार करोड़ राशि को  तत्काल राज्य के खजाने में हस्तांतरित करवाने की पहल करनी चाहिये।

प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि अगर दक्षिण विधानसभा स्थित दानवीर स्वर्गीय राजाराम तिवारी की राम दान में दी गयी जमीन पर आज अगर 100 बिस्तरों का अस्पताल पूर्व महापौर सांसद सुनील सोनी और पूर्व मंत्री एवं रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने बनवायया होता तो निश्चित तौर पर कोरोना महामारी से ग्रसित 100 मरीजों का इलाज इस अस्पताल में बहुत आसानी से हो सकता था लेकिन कमीशन खोरी और अपने भाजपा नेता,कार्यकर्ता को दुकान दिलवाने की लालच में दान दी गई सरकारी जमीन पर आलीशान कामर्शियल कांप्लेक्स का निर्माण इन्हीं दोनों नेताओं द्वारा करवाया गया और अभी कोरोना महामारी के समय में राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाकर केवल बयानवीर बन रहे हैं।