7 जुलाई, 2019 बीजापुर@नवीन मोरला। जिले के अंतिम छोर तिमेड़ में इंद्रावती नदी पर दो राज्यों को जोड़ने के लिए NH63 पर बनाये जा रहे पुल का काम ना के बराबर चल रहा है जिससे यह पुल अब तक पूरा नहीं हो पाया है यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल दो राज्यों जगदलपुर (छत्तीसगढ़) से निज़ामाबाद (तेलंगाना) को जोड़ने के लिए 216 करोड़ की लागत से तिमेड़ के इंद्रावती नदी पर पुल बनाया जा रहा है 660 मीटर लंबे और 22 पिल्लरों वाले इस पुल का टेंडर नागपुर की वशिष्ट कंपनी को दिया गया था।
इस कंपनी से इस तरह की उम्मीदें लगाई जा रही थी कि यह कंपनी इस पुल का काम तय समय पर पूरा कर देगी और इस पुल को लोगों के लिए खोल दिया जायेगा लेकिन कंपनी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई जबकि इस पुल की सुरक्षा में पातागुडम (महाराष्ट्र) और तिमेड़ (छत्तीसगढ़) में एक- एक पुलिस कैंप लगाये गए इसके बावजूद तय समय पूरा होने के बाद भी कंपनी पुल का काम पूरा नहीं कर पा रही हैं। अब भी इसका काम बहुत धीमा चल रहा है जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
गर्मियों के दिनों में इस नदी में पानी कम होने से कंपनी के द्वारा रपटा का निर्माण किया गया था जिससे यात्रियों को आवागमन में परेशानी नहीं होती थी लेकिन अब बारिश के कारण रपटा कटने से लोगों को नाव से नदी पार करना पड़ता है।
जब इस पुल की नींव रखी गई थी तब लोगो को उम्मीद थी कि यह पुल जल्द से जल्द बनकर तैयार हो जायेगा लेकिन इस वर्ष भी निराशा ही हाथ लगी। लोगों का कहना है कि इस पुल का काम समय पर पूरा किया जा सकता था लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते इस पुल में काम कर रहे मजदूरों को समय पर पेमेंट नहीं करने के कारण मजदूर काम छोड़ कर जा रहे है जिस वजह से काम की गति बहुत धीमी है।
इस पुल को पूरा करने में महाराष्ट्र सरकार की रूचि तो नहीं दिख रही लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार इस पुल को जल्दी पूरा करने के उद्देश्य से नियमों को ताक पर रखते हुए रेत और गिट्टी भी उपलब्ध कराया गया इसके बावजूद कंपनी सुस्त नजर आ रही है। इस कंपनी के काम की गति को देखकर तो लगता है कि शायद आने वाले कुछ वर्षों में भी इस पुल का काम पूरा नहीं हो पायेगा और यात्रियों को नदी पार करने के लिए ऐसे ही नाव का सहारा लेना पड़ेगा।