08 अगस्त 2019, रायपुर। राजधानी और प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। राजधानी का आयोजन सरकार करेगी, जिसमें प्रदेशभर के आदिवासी जुटेंगे, जबकि जिला मुख्यालयों में कांग्रेस संगठन स्तर पर आयोजन करेगी। सरकारी आयोजन के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आदिवासी मंत्री और विधायक होंगे। सरकार ने इसमें भाजपा के आदिवासी नेताओं को भी न्योता दिया है, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय शामिल हैं।
राजधानी के बूढ़ापारा स्थित बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में सुबह 10 बजे से आदिवासी दिवस का कार्यक्रम शुरू होगा। कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, कवासी लखमा, अमरजीत भगत, अनिला भेंड़िया, विशिष्ट अतिथि सांसद, तीनों आदिवासी विकास प्राधिकरणों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विधायक होंगे। मंचस्थ अतिथि आदिवासियों के इतिहास, अस्तित्व, संघर्ष और अधिकार के अलावा उनकी जिम्मेदारियां भी बताएंगे। मुख्यमंत्री और सरकार के मंत्री कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासियों को बताएंगे कि कांग्रेस सरकार ने सात माह में उनके लिए क्या-क्या किया है।
स्टेडियम में आदिवासी नृत्य, संस्कृति और वेशभूषा की झलक दिखाई देगी। वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश जारी किया है कि वे जिला मुख्यालयों में आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमाओं या तस्वीरों पर पुष्प अर्पित करके उनका सम्मान करें और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को याद करें।
कोंडागांव में मरकाम मनाएंगे आदिवासी दिवस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कोंडागांव में विश्व आदिवासी दिवस मनाएंगे। कोंडागांव मरकाम का विधानसभा क्षेत्र भी है, इसलिए उन्होंने अपने क्षेत्र और समाज के लोगों के बीच आदिवासी दिवस को मनाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर एक बजे से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
स्थानीय लोगों के साथ सरकार का दूसरा त्योहार
विश्व आदिवासी दिवस के पहले सरकार ने हरेली का त्योहार मनाया था, जो कि किसानों का खास त्योहार होता है। मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री और कांग्रेस के विधायक अलग-अलग क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के साथ यह त्योहार मनाने पहुंचे थे।