गरियाबंद के एक अधिकारी ने क्वॉरेंटाइन में रह रहे युवक को अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए फटकार लगाने का आरोप.. ऑडियो वायरल…

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गरियाबंद। जिले में क्वॉरेंटाइन किए गए एक युवक को अधिकारी से व्यवस्थाओं की मांग करना भारी पड़ गया, अधिकारी ने युवक को जमकर फटकार लगाई है, साथ ही अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया है, युवक और अधिकारी की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, मामला देवभोग विकासखंड का है।

ऑडियो में युवक खुद का नाम देवानंद नायक बताते हुए सुपेबेड़ा गांव के क्वारेंटाइन सेंटर में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर किसी अधिकारी से बात करते हुए सुनाई दे रहा है, जिस पर अधिकारी द्वारा युवक को गाली गलौच करते हुए डांटते सुनाई दिया गया है।

वायरल ऑडियो को लेकर सुपेबेड़ा क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे देवेंद्र देवानंद नायक ने स्वीकार किया कि ये ऑडियो उन्हीं का है, उन्होंने बताया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ 3 दिन पहले हैदराबाद से लौटे हैं और फिलहाल सभी गांव के स्कूल में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं जिस कमरे में उन्हें ठहराया गया है उसमें लाइट पंखे की व्यवस्था नहीं है जिसको लेकर उन्हें भारी परेशानी हो रही थी इसी बात को लेकर के उन्होंने वैभव जनपद सीईओ से बात की थी, वायरल वीडियो में भी वे देवभोग जनपद सीईओ से व्यवस्थाओं को लेकर बात कर रहे थे, उन्होंने शनिवार रात तकरीबन 9:30 बजे अधिकारी को फोन लगाया था, जिसमे उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें खूब जमकर डांट फटकार लगाई है।

देवभोग जनपद सीईओ श्री मंडावी ने भी वायरल ऑडियो में अपनी गलती स्वीकार की है, साथ ही उन्होंने सरपंच के माध्यम से युवक से माफी मांगने की बात भी कही है, उन्होंने कहा है की रात के समय फोन आने पर अचानक उनके मुंह से ऐसा निकल गया जिसका उन्हें खेद है, आज सुबह उन्होंने खुद सरपंच से बात कर युवक से माफी मांगने की बात कही है।

मामले में युवक के भाई पुनीत नायक ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है, उन्होंने कहा कि उनके भाई ने केवल व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारी से बात की थी, जिस पर अधिकारी ने उन्हें खरी खोटी सुना दी, वही मामला सामने आते ही पंचायत द्वारा आज सुबह दो कमरे में लाइट ओर पंखे की व्यवस्था की जाने की जानकारी सामने आयी है, हालांकि देवानंद नायक की माने तो जिस कमरे में वह अपने 7 साथियों के साथ क्वॉरेंटाइन में है उस कमरे में अभी भी व्यवस्था नहीं हुई है, जिला कलेक्टर श्याम धावड़े ने मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है।