04 अगस्त 2019, बिलासपुर। आर्मी जवान बताकर ओएलक्स में गाड़ी बेचने का झांसा देकर ठगी करने वाले आरोपित को पुलिस ने राजस्थान से पकड़ लिया है। वह ओएलक्स के जरिए बाइक बेचने का झांसा देकर युवकों को शिकार बना रहा था। सिरगिट्टी थाना प्रभारी यूएन शांत कुमार ने बताया कि मूलतः रायपुर के नेवरा टंडवा निवासी चंद्रेश वर्मा पिता ऋषि वर्मा (30) वर्तमान में सिरगिट्टी में प्राइवेट जॉब करता है। उसने कुछ दिन पहले मोबाइल में ओएलएक्स का विज्ञापन देखा, जिसमें कम कीमत में बाइक बेचने का पता चला। युवक ने उसमें दिए गए मोबाइल नंबर में संपर्क किया। तब विकास पटेल ने अपने आप को आर्मी का जवान बताया।
साथ ही झांसा दिया कि अभी उसकी पदस्थापना रायपुर में है। अब उसका तबादला हो गया है इसलिए बाइक को बेच रहा है। दोनों के बीच बाइक खरीद-बिक्री के लिए 20 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। चंद्रेश ने उसके बताए अनुसार बैंक खाते में 20 हजार जमा करा दिया। लेकिन, प्रोसेसिंग फीस वगैरह के नाम से 84 हजार पांच सौ रुपये और जमा कराया।
साथ ही शेष रकम बाद में वापस करने का झांसा दिया। रकम देने के बाद न तो उसे बाइक मिली और न ही रकम वापस मिला। लिहाजा, उसने सिरगिट्टी थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
इस बीच तकनीकी साक्ष्य के आधार पर जानकारी जुटाई, तब पता चला कि आरोपित राजस्थान के भरतपुर के दुदावल गांव का रहने वाला है। टीम राजस्थान पहुंच गई, जहां गिरोह के सदस्य आस मोहम्मद उर्फ आसू पिता डर्रे खां इस्माइल (60) को पकड़ लिया। आरोपित के अपराध स्वीकार करने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार लिया उसे लेकर शहर पहुंच गई है।
हथियारों से लैस ग्रामीणों ने पुलिस को घेरा
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित के पकड़े जाने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हथियार लेकर पुलिस की गाड़ी को घेर लिया। इस पर पुलिसकर्मी अलग-अलग बहाना बनाने लगे। साथ ही चकमा दिया कि आरोपित को लेकर स्थानीय थाना जा रहे हैं। लेकिन, उसे कार में बैठाते ही पुलिस सीधे बिलासपुर के लिए निकल गई।