6 महीने बाद पठानकोट में अभिनंदन ने वायुसेना प्रमुख के साथ मिग-21 में उड़ान भरी..

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2 सितंबर 2019,नई दिल्ली। विंग कमांडर अभिनंदन ने 27 फरवरी को मिग-21 बाइसन फाइटर जेट से पाकिस्‍तान एयरफोर्स के एफ-16 को ढेर किया था। 6 महीने बाद सोमवार को पठानकोट एयरबेस से मिग-21 विमान में उड़ान भरी। विमान को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ उड़ा रहे थे, जबकि अभिनंदन उनके साथ पीछे बैठे हुए थे। धनोआ 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। लड़ाकू विमान में संभवत: यह उनकी आखिरी उड़ान है। उन्होंने 1999 के करगिल युद्ध में मिग-21 उड़ाए थे। तब धनोआ 17वीं स्क्वॉड्रन के कमांडिंग अफसर थे।

जानकारी के मुताबिक, वायुसेना प्रमुख धनोआ और अभिनंदन ने मिग-21 के टाइप 69 में उड़ान भरी। यह मिग-21 का ट्रेनर वर्जन है। उनके लड़ाकू विमान ने एयरबेस से 11.30 बजे टेकऑफ किया और 30 मिनट बाद एयरबेस पर लौटा।

विंग कमांडर अभिनंदन स्वतंत्रता दिवस पर वीर चक्र से नवाजे गए थे
अभिनंदन युद्धकाल में अदम्य साहस के लिए स्वतंत्रता दिवस पर वीर चक्र से नवाजे गए थे। यह युद्धकाल में दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है। पहले नंबर पर परमवीर चक्र और दूसरे पर महावीर चक्र हैं। मेडिकल क्लियरेंस मिलने के बाद उन्होंने 23 अगस्त से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू किया था।

करीब 30 मिनट तक रहे आसमान में
विंग कमांडर अभिनंदन और एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ करीब 30 मिनट तक आसमान में रहे। दोनों ने मिग-21 के ट्रेनर वर्जन को उड़ाया। आईएएफ चीफ की आईएएफ के फाइटर जेट में यह आखिरी सॉर्टी थी क्‍योंकि वह रिटायर होने वाले हैं। आईएएफ चीफ की मानें तो विंग कमांडर के साथ मिग-21 उड़ाना उनके लिए वाकई खुशी का मौका था। इसके साथ ही ही उन्‍होंने अपनी और विंग कमांडर अभिनंदन के बीच कुछ समानताओं का जिक्र भी किया। विंग कमांडर अभिनंदन को हाल ही में वीर चक्र से सम्‍मानित किया गया है।

अभिनंदन के पिता के साथ गहरा रिश्‍ता आईएएफ चीफ ने बताया

कि वह और अभिनंदन दोनों ही पाकिस्‍तान के खिलाफ लड़े हैं। जहां उन्‍होंने कारगिल की जंग में पाक के खिलाफ युद्ध लड़ा तो अभिनंदन ने बालाकोट एयर स्‍ट्राइक के बाद पाकिस्‍तान का मुकाबला किया था। उन्‍होंने बताया कि उनकी ही तरह अभिनंदन भी अपने एयरक्राफ्ट से इजेक्‍ट हुए थे। इसके अलावा उन्‍होंने कारगिल की जंग में उस एक पल को भी याद किया जब विंग कमांडर अभिनंदन के पिता एयर मार्शल (रिटायर्ड) एस वर्तमान के साथ उन्‍हें जेट में उड़ान भरने का मौका मिला था।

मिग से आईएएफ चीफ का जुड़ाव

आईएएफ चीफ की मानें तो आखिरी सॉर्टी एयर मार्शल के बेटे अभिनंदन के साथ करना, उनके लिए निश्चित तौर पर एक गौरवशाली पल है। मिग-21 से एफ-16 को गिराने की घटना को तीन माह होने वाले हैं। आपको यहां बता दें कि कारगिल की जंग के दौरान एयरचीफ मार्शल धनोआ ने मिग-21 की स्‍क्‍वाड्रन का लीड किया था। उस समय वह मिग-21 की अंबाला स्थित स्‍क्‍वाड्रन 17 के साथ तैनात थे। आईएएफ चीफ के मुताबिक अभिनंदन के साथ उड़ाना भरना उनके लिए एक खुशी का पल है

बीएस धनोआ के ने बताया कि

साल 1988 में उन्‍हें भी अपने क्रैश हुए फाइटर जेट से इजेक्‍ट होना पड़ा था। उस समय उन्‍हें फ्लाइंग में वापसी करने में नौ माह का समय लग गया था लेकिन अभिनंदन छह माह से कम समय में ही फ्लाइंग में लौट आए हैं। मिग-21 जहां 60 के दशक का फाइटर जेट है तो वहीं एफ-16 एक मॉर्डन जेट है। ऐसे में अभिनंदन ने जो किया वह दुनिया में लोगों ने पहली बार देखा था। 27 फरवरी को अभिनंदन पीओके में जा गिरे और एक मार्च को 60 घंटे तक कैद में रखने के बाद पाकिस्‍तान ने उन्‍हें वापस वतन भेजा था।