एनकाउंटर के बाद कमांडो ने 18 घंटे पैदल चलकर घायल जवान को कैंप लाया.. उससे पहले थम गई सांसें.. जवान शहीद..

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26 अगस्त 2019,जगदलपुर। अबूझमाड़ के गुम्मेमरका में नक्सलियों से एनकाउंटर के बाद जवानों की टीम शनिवार-रविवार की अल सुबह वापस लौट आई है। इस टीम में पहली बार 5 महिला कमांडो को भी शामिल किया गया था। टीम अपने साथ डीआरजी के जिन दो घायल जवानों को ला रही थी उसमें से एक जवान शहीद हो गया।

पुलिस अफसरों के मुताबिक,

एनकाउंटर में डीआरजी जवान राजू नेताम को पेट और सोमारू गोटा को दाहिने कंधे में गोली लगी थी। दोनों को घायल अवस्था में जवान वापस कैंप ला रहे थे। इस दौरान जवानों ने करीब 18 घंटे में 50 किमी का पैदल सफर किया। इस सफर के दौरान त्वरित इलाज नहीं मिल पाने के कारण राजू ने दम तोड़ दिया, वहीं सोमारू को इलाज के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया।

मारे गए नक्सलियों के शिनाख्त की कोशिश जारी
इधर, जवान अपने साथ मारे गए 5 नक्सलियों की लाशें भी लेकर आए हैं। हालांकि, अभी इनकी शिनाख्त नहीं हुई है। पूर्व नक्सलियों (जिन्होंने सरेंडर कर दिया है) और डीआरजी के जवानों के जरिए इनकी शिनाख्ती की कोशिश करवा रही है। आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि मुखबिरों से सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ में नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी नम्बर 01 ट्रेनिंग कैंप संचालित कर रही है। इसके बाद आकाबेड़ा से डीआरजी की पार्टी को ओकपाड़ कुतूल, कोडेनार, धुरबेड़ा गुम्मरका की ओर रवाना किया था। गुम्मरका और धुरबेड़ा के मध्य जंगल में 4 सशस्त्र वर्दीधारी एवं 1 सादे कपड़ों में नक्सली को मार गिराया गया है।

40 किमी पैदल चलने से पैरों में पड़े छाले आईजी ने 2 लाख के इनाम की घोषणा की

एनकाउंटर में शामिल हुए जवानों के पैरों में छाले पड़ गए हैं दरअसल जवानों को इस पूरे एनकाउंटर के लिए 40 किमी से ज्यादा का पैदल सफर करना पड़ा। जवानों की मदद के लिए हेलिकॉप्टर भी भेजा गया था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण मदद नहीं दी जा सकी। जवानों ने हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए दो बार अस्थाई लैंडिंग जोन भी बनाया था। हालांकि, हेलिकॉप्टर लैंड नहीं हो पाया तो जवानों को पैदल ही पूरा रास्ता पूरा करना पड़ा। इधर, नक्सलियों के कोर इलाके में ऑपरेशन चलाने और 5 नक्सलियों को ढेर करने के बाद आईजी ने टीम को दो लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है।