26 अगस्त 2019, रायपुर। प्रदेश में दो-दो मिनट के अंतराल में बसों का परमिट थोक के भाव जारी कर दिया गया है। बड़े बस आपरेटरों ने परमिट तो ले लिया है, लेकिन गाड़ियां सड़क पर नहीं दौड़ रही हैं। अब यदि परिवहन विभाग द्वारा जारी परमिट के मुताबिक गाड़ियां चलती नहीं पाई गईं तो तत्काल प्रभाव से बस के परमिट को निरस्त करने का निर्णय विभाग ने लिया है।
प्रदेश में आठ हजार से अधिक निजी बसें चल रही हैं। इसके बाद भी यात्रियों को समय पर बसें नहीं मिल पा रही हैं। प्रदेश भर में पांच संभागों- रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर और अंबिकापुर से बसों का परमिट जारी होता है। परिवहन विभाग ने दो मिनट के अंतराल में परमिट जारी किया है।
विभाग के अधिकारी के अनुसार निर्धारित अंतराल में सड़क पर बसें नहीं चल रही हैं। इसकी प्रमुख वजह यह है कि बस ऑपरेटर परमिट तो ले लेते हैं, लेकिन बस नहीं चलाते। विभाग अब औचक निरीक्षण कर तत्काल कार्रवाई करेगा।
थोक के भाव दिया है परमिट
आरटीओ अधिकारी ने बताया कि रायपुर से दुर्ग के लिए प्रत्येक दो मिनट पर एक बस, रायपुर से धमतरी के लिए पांच मिनट पर एक बस, रायपुर से महासमुंद के लिए पांच मिनट पर एक बस और रायपुर से बिलासपुर के लिए 15 मिनट के अंतराल में बसें चलाई जा रही हैं। निजी बस संचालकों की मांग है कि बसों के समय के अंतराल की वजह से दिक्कतें आ रही हैं।
दस मिनट के अंतराल पर जारी होगा परमिट
परिवहन विभाग ने निर्णय लिया है कि अब बसों का परमिट दस-दस मिनट के अंतराल पर जारी किया जाएगा। दो-दो मिनट के अंतराल में परमिट जारी करने से बसें आगे-पीछे दौड़ती हैं। इससे बस संचालकों में प्रतिस्पर्धा बनी रहती है। हादसे की भी आशंका रहती है। समय बढ़ाने से प्रतिस्पर्धा कम होगी, वहीं हादसों पर भी लगाम लगेगी।