महंगाई की एक और मार, ट्रेनों के बाद अब हो रही है बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी

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रायपुर। कोरोना की वजह से वैसी ही आम जनता की आर्थिक स्थिति ख़राब चल रही है। उसके बावजूद ट्रेनों के बाद अब जल्दी ही यात्री बसों का किराया बढ़ाने की बात चल रही है। बस मालिकों की मांग पर इसे 10 फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी चल रही है। डीजल की लगातार बढ़ रही कीमत को देखते हुए परिवहन विभाग के अधिकारी इसकी कवायद में जुटे हैं। इसके लिए पड़ोसी राज्यों के किराए दर का विश्लेषण भी किया जा रहा है। साथ ही एसी- नॉन एसी, सामान्य और एक्सप्रेस बसों की दूरी एवं क्षमता के अनुसार किराया भी तय किया जाएगा।
राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद तय की जाएगी नई दर
वर्तमान में प्रथम 5 किमी की यात्रा का 7 रुपए और उसके बाद प्रति किमी 70 से 80 पैसे लिया जाता है। आपको बता दें कि यह किराया 2017 में तय किया गया था। लेकिन पिछले 2 महीने में लगातार डीजल की कीमत बढऩे के बाद बस मालिकों ने अपर परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री से मुलाकात कर किराया बढ़ाने की मांग की। अपर परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा ने बताया कि बस मालिकों की मांग को देखते हुए विचार-विमर्श किया जा रहा है। राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद नई दर तय की जाएगी।

30 फीसदी किराया बढ़ाने की मांग

यातायात महासंघ के महासचिव कमलजीत पांतरे ने बताया कि डीजल की कीमत को देखते हुए किराया प्रथम 5 किमी का 10 रुपए और उसके बाद प्रति किमी 1.5 पैसा किए जाने की मांग की गई है। यह कुल किराया का तीस फीसदी अधिक है। महासंघ का कहना है कि स्थाई किराया नीति बनाया जाना चाहिए ताकि डीजल के दाम के अनुसार किराया तय किया जा सके।