बीजेपी नेता की पुलिस कस्टडी में मौत, परिजनों का आरोप टीआई ने घंटों भूखे रखा और मारपीट भी की, CM भूपेश के संज्ञान में आते ही दिये ये निर्देश..

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बिलासपुर 9 अप्रैल, 2019। मरवाही टीआई की पिटाई के बाद बीजेपी नेता के मौत का मामला सामने आया है। टीआई पर परिजनों ने आरोप लगाए है कि एक जमीन विवाद के बाद टीआई ने मृतक को घंटों भूखे रखा और जमकर उसकी पिटाई की, तबीयत ज्यादा खराब होती देख उसे बिलासपुर रेफर किया गया, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।

इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में आते ही तत्काल एसपी को निर्देश दिये है। दरअसल महामाया दर्शन करने रतनपुर आए मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि मरवाही थाने में पुलिस की पिटाई से भाजपा नेता चंद्रिका तिवारी के मौत हो गई तो उन्होंने थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिये है। साथ ही कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कराई कराने की बात कही।

बता दें कि जमीन विवाद के मामले में मरवाही के बीजेपी नेता चंद्रिका तिवारी की संदेहास्पद मौत हो गई और परिजनों ने ये आरोप लगाया कि ये मौत टीआई की पिटाई से हुई है। वहीं पुलिस ने पिटाई से इनकार किया था।

ये हैं मामला

मामला मरवाही थाने के कुम्हारी गांव का है जहां चंद्रिका प्रसाद तिवारी का उसके परिवार से जमीन का विवाद चल रहा था। बीते रविवार को चंद्रिका तिवारी का पुष्पेन्द्र तिवारी से फिर विवाद हुआ। जिसके बाद मरवाही थाने में इसकी सूचना दी गई।

जिस पर पुलिस ने चंद्रिका प्रसाद तिवारी और उसके भाई दोनों परिवारों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर लिया,  पर चंद्रिका तिवारी ने आपातकालीन सेवा 112 पुलिस वाहन को पूरे मामले की सूचना दे दी थी। जब मरवाही थानेदार को इस बात की जानकारी लगी की पीड़ित पक्ष ने 112 को फोन किया है तो वह तैश में आ गया और पीड़ित परिवार की पिटाई कर दी। जिसमें चंद्रिका तिवारी गंभीर रुप से घायल हो गई उन्हें तुरंत मरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत बिलासपुर सिम्स रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई. वहीं पुलिस ने इस मामले में प्रताड़ना और मारपीट की घटना से इनकार किया है।

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