19 मार्च 2019, रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सियासी पारा ऊपर है। वोटिंग से पहले बसपा और जेसीसी(जे) गठबंधन टूट के कगार पर है। सूत्रों के मुताबिक बसपा-जेसीसी(जे) गठबंधन कभी भी टूट सकता है। इन सबके बीच बसपा ने प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। उन सीटों के लिए JCCJ से किसी भी तरह की कोई चर्चा नहीं की गयी है।
बसपा ने नहीं की बात
- JCCJ सुप्रीमो अजीत जोगी ने ये कहकर भी सभी को चौका दिया है कि गठबंधन हो या ना हो, लेकिन मायावती को मेरी शुभकामनाएं।
- जोगी ने आगे कहा कि आज तीन सीटें बसपा ने घोषित की है, उन सीटों के बारे में ना तो मुझसे और ना ही प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी से पूछा गया है, लोकसभा में वैसे भी हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है, ना तो हमारी लोकसभा चुनाव में कोई तमन्ना है और ना ही कोई संभावना है।
- संभावना और दिलचस्पी बीएसपी की है, लेकिन एक बात मैं जरूर कहना चाहूंगा कि हमारा गठबंधन हो या ना हो, लेकिन हमारे और मायावती जी के रिश्ते बने रहेंगे।
- हम उन्हें शुभकामनाएं देंगे, वो प्रधानमंत्री की दावेदार भी हैं और लोग चाहते भी हैं कि वो प्रधानमंत्री बने। इस मुद्दे पर मैं मायावती जी से बात करूंगा और फिर जैसी बात होगी वो किया जायेगा।
वोट बैंक वापस पाना चाह रही बसपा
- सूत्र बता रहे हैं कि, एक से दो दिन में गठबंधन को लेकर तस्वीरें साफ हो जाएंगी।
- सूत्रों की मानें तो बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश संगठन से राज्य की सभी 11 सीटों के लिए जिताऊ उम्मीदवार की सूची मंगवाई है।
- हालांकि सूत्रों की मानें तो जेसीसी(जे) गठबंधन जारी रखना चाह रही है। लेकिन बसपा अकेले चुनाव लड़ने के मूड में नजर आ रही है।
- बसपा की तरफ से हालांकि ये बातें कही जा रही है कि जोगी कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन आगे भी जारी रहेगा, लेकिन जिस तरह से बिना आम सहमति के बीएसपी ने तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया, उसके बाद ये बातें साफ हो गयी है कि गठबंधन छत्तीसगढ़ में खटाई में पड़ गया है।