चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने भेजी चांद की तस्वीर, ISRO ने हाई रेजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर की शेयर..

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बेंगलुरु 4 अक्टूबर, 2019। इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर द्वारा चांद की सतह की ली गई तस्वीर जारी की है। हाई रेजॉलूशन कैमरे द्वारा ली गई इस तस्वीर पर चांद की सतह बेहद साफ नजर आ रही है। इस तस्वीर में चंद्रमा के सतह पर बड़े और छोटे गड्ढे नजर आ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही ऑर्बिटर से खींची तस्वीरों के जरिए इसरो ने विक्रम लैंडर की लोकेशन मिलने की जानकारी भी दी थी। बता दें कि ऑर्बिटर 7.5 साल तक चांद की कक्षा का परिक्रमा करता रहेगा।

साढे 7 साल काम करेगा आर्बिटर
इसरो चीफ के. सिवन ने कहा था, 'ऑर्बिटर की उम्र साढ़े 7 सालों से ज्यादा है, न कि 1 साल, जैसा कि पहले बताया गया था। इसकी वजह है कि उसके पास बहुत ज्यादा ईंधन बचा हुआ है। ऑर्बिटर पर लगे उपकरणों के जरिए लैंडर विक्रम के मिलने की संभावना है।' 
खरा लैंडिंग की राष्ट्रीय स्तर पर हो रही जांच
इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग की जांच एक राष्ट्रीय स्तर की समिति (NRC)कर रही है। पिछले दिनों इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने यह भी साफ किया कि चंद्रयान-2 मिशन की 98 फीसदी सफलता की घोषणा उन्होंने नहीं की थी। यह घोषणा एनआरसी ने ही अपनी शुरुआती जांच के बाद की थी।मिशन में 2 फ़ीसदी की कमी थी
एनआरसी का मानना है कि शुरुआती आंकड़ों के अनुसार हमारे मिशन में सिर्फ 2 फीसदी की ही कमी थी, 98 फीसदी मिशन सफल रहा है। उसी के आधार पर ही इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने लोगों से यह बात कही थी।
जांच के बाद आम जनता के लिए होगा जारी
तब इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने कहा था कि एनआरसी की पूरी जांच के बाद हम अपने ऑर्बिटर से मिले सभी डेटा और तस्वीरें आम जनता के लिए जारी करेंगे। रिव्यू कमेटी एनआरसी अब भी चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग के आंकड़ों और तस्वीरों की जांच का काम कर रही है।