राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश! राजभवन के बाहर देशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन.. पीएल पुनिया समेत कई कांग्रेसी नेता हिरासत में… PCC चीफ मरकाम के नेतृत्व में राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन…

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रायपुर/जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी लड़ाई के बीच कांग्रेस आज सभी राज्यों में राजभवन के बाहर प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान दिल्ली में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने इसकी जानकारी दी है। वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राजभवन के बाहर प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पीएल पुनिया समेत कई कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। इधर राजधानी रायपुर में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के नेतृत्व में कई कांग्रेस के बड़े नेता राजभवन
बता दें कि पहुंचे यहां उन्होंने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी गण गिरीश देवांगन, शैलेश नितिन त्रिवेदी, रामगोपाल अग्रवाल, पूर्व विधायक गुरमुख सिंह होरा, प्रमोद दुबे, आलोक पंडा समेत कई नेता मौजूद रहे।

दरअसल कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ यह प्रदर्शन राजस्थान में गहलोत सरकार को गिराने की कथित साजिश को लेकर कर रही है।

विधायकों को व्हिप जारी करने पर राजस्थान बसपा प्रमुख ने क्या कहा

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार राजस्थान बसपा प्रमुख भगवान सिंह बाबा ने कहा कि विधायकों ने बसपा के टिकट पर चुनाव जीता है। इसलिए उन्हें व्हिप जारी किया गया है। विधायक कांग्रेस की गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकते या उनके लिए वोट नहीं कर सकते। बसपा प्रमुख ने काफी विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया है। हम उनके निर्देश पर काम कर रहे हैं। छह विधायकों ने बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था। सीएम अशोक गहलोत ने इन सभी को कांग्रेस में मिला लिया। राजस्थान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ। इससे पहले यह 2008 में भी हुआ था।

राज्यपाल ने लौटाई विधानसभा सत्र बुलाने से संबंधित फाइल

राजस्थान राजभवन ने विधानसभा सत्र बुलाने से संबंधित फाइल राज्य के संसदीय कार्य विभाग को वापस कर दी है। राजभवन ने राज्य सरकार से कुछ अतिरिक्त विवरण भी मांगी है। विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। गौरतलब है कि गहलोत मंत्रिमंडल ने शनिवार को 31 जुलाई से विधानसभा का सत्र आहूत करने का नया प्रस्ताव राजभवन भेजा था। प्रस्ताव में राज्यपाल से आग्रह किया गया है कि सात दिन के नोटिस के साथ विधानसभा सत्र बुलाया जाए। कोरोना महामारी पर विशेष चर्चा और छह विधेयक पारित कराने को सत्र बुलाने का कारण बताया गया है। इसमें बहुमत साबित करने का जिक्र नहीं है।

बसपा विधायकों के विलय पर हाई कोर्ट आज करेगा सुनवाई

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के छह सदस्यीय विधायक दल के कांग्रेस में विलय को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी। अब पता चला है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी इस संबंध में दायर याचिका खारिज कर चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी को जानकारी नहीं दी गई थी। बताया जा रहा है कि दस्तावेजों की कमी को आधार बनाकर उन्होंने इस माह के शुरुआत में यह याचिका खारिज की थी।