सरगुजा और चिल्फी घाटी में पाला:छत्तीसगढ़ के जशपुर में पारा 2.9 डिग्री पर, दक्षिण में दंतेवाड़ा की रात भी 7 डिग्री सेल्सियस तक ठंडी….

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छत्तीसगढ़ के अधिकतर क्षेत्रों में शीतलहर का असर जारी है। सरगुजा संभाग में पिछले दो दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर कुछ कम हुआ है। फिर भी वहां का तापमान सामान्य दिनाें के मुकाबले काफी कम है। जशपुर में सबसे कम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। यह एक दिन पहले के न्यूनतम स्तर के मुकाबले 1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। सरगुजा के अधिकतर क्षेत्रों में पाला पड़ रहा है।

सरगुजा के मुख्यालय अम्बिकापुर का तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस है। वहां दूसरे केंद्र कोरिया के सलका में तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा। आश्चर्यजनक रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में भी आज सुबह 5.30 बजे तक का तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जबकि जगदलपुर का न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा है। यह इन इलाकों के सामान्य तापमान से 3 से 4 डिग्री तक कम है।

बिलासपुर संभाग के जिलों में भी शीतलहर का असर दिख रहा है। बिलासपुर का न्यूनतम तापमान 9.8 है। यह सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं पेण्ड्रा रोड का न्यूनतम तापमान भी 9.6 डिग्री है। यह सामान्य से कम है, लेकिन एक दिन पहले के न्यूनतम तापमान से अधिक है। इसका मतलब है कि यहां मौसम में थोड़ी गर्मी बढ़ी है।

रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के एचपी चंद्रा ने बताया, उत्तर से आयीं ठंडी और शुष्क हवाओं की दिशा में बदलाव हुआ है। इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने बताया, आज भी मौसम सामान्य तौर पर साफ और सूखा रहेगा। मतलब कहीं बरसात होने की संभावना नहीं है।

राजधानी में सामान्य से कम हुआ तापमान

रायपुर और आसपास के इलाकों में कम होने की जगह ठंड बढ़ी है। रायपुर में आज न्यूनतम तापमान 11.8 है। यह कल के तापमान से कम है। माना एयरपोर्ट पर तापमान में खास परिवर्तन नहीं हुआ है। यहां तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लाभांडी में भी यही स्थिति है। वहां बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान 7.5 से बढ़कर 7.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है।

दुर्ग संभाग भी कंपकंपाया

दुर्ग संभाग में भी कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। दुर्ग का न्यूनतम तापमान आज 10 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 5.5 डिग्री कम है। राजनांदगांव में 11.8 डिग्री सेल्सियस तापमान नामा गया। वहीं कवर्धा में यह 9.6 है। कवर्धा की चिल्फी घाटी में यह उससे भी कम है। वहां रात में पाला पड़ रहा है।