नागपुर पुलिस का मजेदार ट्वीट.. लिखा- Dear विक्रम.. प्लीज आप सिग्नल दो.. हम आपका सिग्नल तोड़ने पर चालान नहीं काटेंगे..

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9 सितंबर 2019 नागपुर । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज फिर खुशखबरी देते हुए बताया कि चांद पर हार्ड लैंडिंग के समय ब्लेंडर विक्रम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसरो लेंडर विक्रम से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहा है बता दे शुक्रवार देर रात को 2.1 किलोमीटर की दूरी से पहले ही लेंडर से संपर्क टूट गया था।

इसी बीच नागपुर पुलिस ने मजेदार ट्वीट किया है। नागपुर सिटी पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है- डियर विक्रम, प्लीज़ रिस्पॉन्ड करें. हम सिग्नल तोड़ने के लिए आपका चालान नहीं काटेंगे।

बता दें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है और वह ‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ से संपर्क स्थापित करने की हरसंभव कोशिश कर रहा है, जो ‘हार्ड लैंडिंग’ के बाद इस समय चंद्रमा की सतह पर है ।

चांद की सतह से 2.1 किमी की दूरी पर टूटा था संपर्क

‘विक्रम’ का शनिवार को ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के प्रयास के अंतिम क्षणों में उस समय इसरो के कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था जब यह चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। लैंडर के भीतर ‘प्रज्ञान’ नाम का रोवर भी है ।

मिशन से जुड़े इसरो के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा

ऑर्बिटर के कैमरे से भेजी गईं तस्वीरों के मुताबिक यह तय जगह के बेहद नजदीक एक ‘हार्ड लैंडिंग’ थी। लैंडर वहां साबुत है, उसके टुकड़े नहीं हुए हैं। वह झुकी हुई स्थिति में है.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम लैंडर के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं । ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां इसरो के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) में एक टीम इस काम में जुटी है ।

‘चंद्रयान-2’ में एक ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) शामिल हैं । लैंडर और रोवर की मिशन अवधि एक चंद्र दिवस यानी कि धरती के 14 दिनों के बराबर है ।