रायपुर में मेयर को लेकर सताने लगा खरीद-फरोख्त का डर, पार्षदों को किया गया अंडरग्राउंड..

0
62

रायपुर 4 जनवरी, 2020। छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय के परिणाम आने के बाद से ही महापौर पद को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई थी। रायपुर में मेयर के चयन की तारीख नजदीक आने के साथ ही भाजपा को अब पार्षदों की हार्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) का डर सताने लगा है। दोनों राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा रायपुर महापौर के लिए लॉबिंग तेज़ कर दी है। जिस प्रकार 6 निर्दलीय पार्षदों ने आज मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस को समर्थन दिया है उससे ये साफ प्रतीत हो रहा है कि रायपुर में कांग्रेस का महापौर बनना तय है।

फिर भी कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है इसलिए सभी पार्षदों को एक साथ किसी गोपनीय जगह ले जाने की तैयारी कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक इन्हें किसी रिसोर्ट या अभयारण्य ले जाने की तैयारी हो रही है इन सबको 6 तारीख को सुबह रायपुर लाया जाएगा।

इधर राजनांदगांव में हुई क्रॉस वोटिंग और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गढ़ में मिली हार ने भाजपा के लिए चिंता की लकीरें खींच दी हैं। इसके चलते बीजेपी ने शुक्रवार को नवनिर्वाचित सभी 29 पार्षदों को भाजपा मुख्यालय बुलाया गया। यहां से उन्हें पिकनिक मनाने के लिए 8 गाड़ियों से रवाना किया गया है। हालांकि यह नहीं बताया गया है कि इन पार्षदों को कहां भेजा जा रहा है। अब इनकी वापसी 6 जनवरी को ही होगी।