चंद्रमा के लैंडिंग के लिए फिर से तैयार ISRO, 2020 में लांच होगा चंद्रयान 3 ..

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14 नवंबर 2019 नई दिल्ली। भारत के ऐतिहासिक चंद्र मिशन Chandrayaan 2 के बारे में किसे नहीं पता होगा। मालूम हो कि 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किए गए चंद्रयान-2 मिशन के तहत भारत को चांद की दक्षिणी सतह पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग करानी थी।

हालांकि, अंतिम क्षणों में लैंडर की रफ्तार नियंत्रित न हो पाने के कारण वह रास्ता भटक गया और चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की जगह उसकी हार्ड लैडिंग हुई। वह भी अपने निर्धारित स्थान से करीब 600 मीटर दूर।

इसके बाद लैंडर से न तो संपर्क स्थापित किया जा सका और न ही उसने वहां कुछ काम किया। बहरहाल अब इसे लेकर दुखी होने की जरूरत नहीं है, बल्कि फिर से दोबारा महनत करने का सोचा है ISRO(भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने। सूत्रों का कहना है कि इसरो अब जल्द चंद्रयान 3 को चंद्रमा की तरफ रवाना कर सकता है।

भारत के ऐतिहासिक चंद्र मिशन Chandrayaan 2 के बारे में किसे नहीं पता होगा। मालूम हो कि 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किए गए चंद्रयान-2 मिशन के तहत भारत को चांद की दक्षिणी सतह पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग करानी थी।

हालांकि, अंतिम क्षणों में लैंडर की रफ्तार नियंत्रित न हो पाने के कारण वह रास्ता भटक गया और चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की जगह उसकी हार्ड लैडिंग हुई। वह भी अपने निर्धारित स्थान से करीब 600 मीटर दूर।

इसके बाद लैंडर से न तो संपर्क स्थापित किया जा सका और न ही उसने वहां कुछ काम किया। बहरहाल अब इसे लेकर दुखी होने की जरूरत नहीं है, बल्कि फिर से दोबारा महनत करने का सोचा है ISRO(भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने। सूत्रों का कहना है कि इसरो अब जल्द चंद्रयान 3 को चंद्रमा की तरफ रवाना कर सकता है।

एक अन्य वैज्ञानिक ने कहा कि नए मिशन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता ‘लैंडर के पैर मजबूत करना’ है। सूत्रों ने कहा कि इसरो एक नया लैंडर और एक रोवर का निर्माण करेगा। लैंडर पर पेलोड की संख्या पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।