भिलाई के रहने वाले आईटी इंजीनियर ने बनाया टिक टॉक का देसी वर्जन

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TIK TOK के बैन होने के बाद इन दिनों शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप “चिंगारी” बेहद कम वक्त में चर्चित हुआ चिंगारी ऐप इन दिनों खूब डाउनलोड किया जा रहा है। टिकटॉक के देसी वर्जन चिंगारी का छत्तीसगढ़ से खास नाता है। दरअसल इस ऐप के चीफ ऑफ प्रॉडक्ट सुमित घोष भिलाई के रहने वाले हैं और आईटी प्रोफेशनल हैं। 
TikTok की देसी चॉइस बन चुके इस ऐप की छत्तीसगढ़ के आईटी प्रफेशनल्स के साथ मिलकर ओडिशा और कर्नाटक के डिवेलपर्स ने तैयार किया है। भिलाई में रहने वाले चिंगारी ऐप के चीफ ऑफ प्रॉडक्ट सुमित घोष ने  कहा कि इस ऐप को डिवेलप करने में उन्हें करीब दो साल का वक्त लगा। उनकी मानें तो इस ऐप को खास तौर पर भारतीय यूजर्स की जरूरतों और पसंद को देखते हुए डिजाइन किया गया है। भिलाई से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले सुमित ने आईटी की पढ़ाई की पूरी करने के बाद 2009 में ग्लोबस साफ्ट नाम की एक कंपनी बनायी। इस कंपनी का एक ब्रांच भिलाई के टीटी नगर में भी है, जबकि दूसरा बंग्लुरू आईटी पार्क में। भिलाई में लंबा वक्त गुजारने वाले सुमित अब ज्यादातर वक्त बंग्लुरू में ही गुजारते हैं। लेकिन उनके परिवार के कई सद्स्य अभी भी भिलाई में है।
सुमित का बचपन रूआबांधा में बीता है, जबकि अभी भिलाई के जुनवानी स्थित सूर्या रेसीडेंसी में उनका परिवार रहता है। उन्होंने भिलाई के डीपीएस स्कूल ने अपनी पढ़ाई की और फिर BIT दुर्ग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर TCS कंपनी में दो साल जॉब की। 2009 में उसने अपनी खुद की ग्लोबस सॉफ्ट शुरू की। चिंगारी ऐप की शुरुआत 2018 में की गयी थी। इस ऐप को बनाने में 2 साल लगे हैं, वहीं अभी भी उसमें सुधार जारी है। सुमित घोष, सह-संस्थापक और मुख्य उत्पाद अधिकारी के मुताबिक, यूजर्स हर 30 मिनट में 221,000 वीडियो देख रहे थे. ये ऐप अभी अंग्रेजी के अलावा नौ और भाषाओं में यूजर्स को मिलेगा. जिसमें हिंदी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी मलयालम, तमिल और तेलगू भाषा शामिल है.
टिकटॉक के बैन होने के बाद से हर घंटे लगभग 3 लाख से ज्यादा लोग इस प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ रहे हैं. इस ऐप पर यूजर्स को शॉर्ट वीडियो के साथ-साथ न्यूज और गेम का भी ऑप्शन मिलता है. जल्द ही ये ऐप इंडिया का सुपर ऐप बन जाएगा.
टॉप चार्ट्स में पहुंचा ऐप
चिंगारी ऐप को नवंबर, 2018 में गूगल प्ले स्टोर पर ऑफिशली रिलीज किया गया था। हालांकि, अब भारत में चाइनीज प्रोडक्ट्स और ऐप्स के बायकॉट की मांग तेज होने और सोशल मीडिया पर आए इसी ट्रेंड के बाद ऐप के डाउनलोड्स तेजी से बढ़ रहे हैं। सुमित ने कहा, ‘हमें भारतीय यूजर्स से बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है और हाल ही में सामने आए आंकड़े बताते हैं कि इस ऐप को कुल 25 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है।’ खास बात यह है कि यह फी ऐप्स के टॉप चार्ट में जगह बना चुका है।