नक्सली शहरी नेटवर्क का खुलासा… राजनांदगांव का एक आरोपी गिरफ्तार.. वर्ती, जूते वॉकी-टॉकी और पैसे पहुंचाने का करता था काम..

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कांकेर– नक्सलियों को जूता, वर्दी, रुपए व अन्य सामग्री सप्लाई करने वाले दस हजार के ईनामी आरोपी वरुण जैन पिता सुरेश जैन उम्र 39 वर्ष, निवासी रिद्धि-सिद्धि कालोनी राजनांदगांव को कांकेर जिले के थाना सिकसोड़ ने राजनांदगांव पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया है। विगत 2-3 वर्षों से आरोपी व उसके सैन्य साथी नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के रूप में काम करते हुए उन्हें पैसों से लेकर वर्दी, जूता, वाकीटॉकी व अन्य जरूरत के समान पहुंचाने का काम करता था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना सिकसोड़ अंतर्गत 24 मार्च 2020 को भारी मात्रा में नक्सलियों को जूता, कपड़े, पैसे, वाकीटॉकी सेट, बिजली के तार व अन्य सामग्री पहुंचाने के प्रकरण में आरोपी तापस पालित को गिरफ्तार कर थाना सिकसोड़ में अपराध पंजीबद्ध किया था। इसके साथ ही मामले में संलिप्त मुख्य आरोपी और दस हजार के ईनामी अरुण जैन की खोजबीन की जा रही थी जिसे पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है।
पुलिस के अनुसार आरोपी अरुण जैन 2002 में गुड़गांव से तोमर कंस्ट्रक्शन कंपनी दिल्ली को मिले सड़क निर्माण कार्य में काम करने के लिए राजनांदगांव आया था। वहां आने के बाद आरोपी अरुण ने अपने बड़े भाई निशांत जैन के साथ मिलकर उसने 2006 में लैण्डमार्क इंजीनियरिंग कंपनी खोली और बाद में 2013-14 में लैण्डमार्क रॉयल इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बिलासपुर में कंपनी खोली जिसका वह वर्तमान में डायरेक्टर भी है।

कंपनी खोलने के बाद उसने सड़क निर्माण का ठेका लेने का कार्य शुरू किया। इस दौरान उसने कांकेर जिले के नक्सली व अंदरूनी क्षेत्र कोयलीबेड़ा, आमाबेड़ा, सिकसोड़, रावघाट, ताडोकी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 25 सड़क निर्माण के कार्य किए। इसी दौरान वह नक्सलियों के संपर्क में आया और उसके कार्य मे कोई बाधा न आये या नक्सलियों द्वारा कोई अवरोध पैदा न हो इसके लिए अरुण जैन ने नक्सलियों के साथ सांठगांठ कर ली और उनका शहरी नेटवर्क के रूप में काम करने लगा।
पिछले 2-3 वर्षों से आरोपी अरुण जैन अपनी कंपनी लैण्डमार्क रॉयल इंजीनियरिंग इंडिया प्रा.लि. में उसके अधीनस्थ काम करने वाले अजय जैन, कोमल वर्मा, तापस पालित के माध्यम से कंपनी की आड़ में कांकेर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सलियों को जूता, वर्दी का कपड़ा, वायरलेस वाकीटॉकी सेट, दवाई, बिजली के तार, रुपये एवं अन्य सामग्री राजनांदगांव व अन्य शहरों से खरीदकर आरोपी मुकेश सलाम एवं राजेन्द्र सलाम के साथ पहुंचाने का काम करता था।
आरोपी अरुण जैन अपनी काम मे किसी प्रकार की बाधा न आये इसके लिए कोयलीबेड़ा में सक्रिय नक्सलियों को भी राशन, स्टेशनरी, जूते, कपड़े व अन्य जरूरी सामानों की सप्लाई करता था और उसके बदले में नक्सली उसके किसी भी काम मे अवरोध नही करते थे जिससे उसे नए नए सड़क निर्माण व अन्य कामों का ठेका मिलता था। आरोपी अरुण जैन के पास से पुलिस ने 2 मोबाइल फोन जब्त किए हैं जिसमें कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। इस मामले में पुलिस ने 14 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बताया कि विगत 2 से 3 वर्षों में उसके द्वारा नक्सलियों 25 वाकीटॉकी सेट, नक्सली वर्दी कपड़ा, जूता व लाखों रुपये सहित अन्य जरूरी सामग्री पहुंचाया गया है।
पुलिस को जानकारी मिलते ही प्रकरण की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज तथा पुलिस अधीक्षक कांकेर के दिशा निर्देश में गठित टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी करते हुए नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के रूप में काम करने वाले आरोपी अरुण जैन सहित तापस पालित, रुद्रांश अर्थमूवर्स कंपनी के कैशियर दयाशंकर मिश्रा, डामर प्लांट के मुंशी सुशील शर्मा, सुरेश शरणगत, रोहित नाग, रुद्रांश अर्थमूवर्स के मालिक अजय जैन एवं कोमल वर्मा तथा समान सप्लाई करने वाले मत्वपूर्ण आरोपी अरुण ठाकुर, मुकेश सलाम, टोनी भदौरिया, निशांत जैन एवं उपरोक्त आरोपियों को वाकीटॉकी सेट उपलब्ध कराने वाले आरोपी हितेश अग्रवाल सहित घटना में संलिप्त 14 लोगों को गिरफ्तार