तहसीलदार ने की 3 लाख रुपए की मांग, एन्टी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ दबोचा…

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रायपुर: जहां एक और पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है वहीं प्रदेश में कुछ ऐसे अधिकारी भी है जो अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।

करप्शन और धांधली की हदें पार करने में भी अधिकारी पीछे नहीं हटते। हाल ही में ताजा मामला जशपुर से आया है जहां तहसीलदार कमलेश्वर मीरे 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचे गए। एंटी करप्शन ब्यूरो की यह बड़ी कार्रवाई हुई है। बताया जा रहा है कि तहसीलदार ने गिरफ्तार नामान्तरण के लिए 3 लाख रुपए की मांग की थी।

रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
पुलिस सूत्र लिखते हैं कि ACB के पुलिस उप महानिरीक्षक आरिफ शेख के मार्गदर्शन एवं पंकज चन्द्रा, पुलिस अधीक्षक, एसीबी के दिशानिर्देश पर भ्रष्टाचार रोधी कार्यवाही के अंतर्गत एसीबी द्वारा जशपुर में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।

एसीबी से आवेदक ने की शिकायत
आवेदक के द्वारा 10 डिसमिल भूमि क्रय किया गया था। जिसका पंजीयन उसके नाम पर हो गया है, परन्तु नामान्तरण कराने एवं ऋण पुस्तिका बनाकर देने के नाम पर जशपुर में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार कमलेश्वर कुमार मीरे द्वारा आवेदक से 4 लाख रूपये की मांग की जा रही थी। बातचीत के बाद किस्तो में 3 लाख रू देने में दोनो सहमत हुए। जिसकी शिकायत आवेदक द्वारा एसीबी, अम्बिकापुर, जिला सरगुजा में की गई थी।

आवेदक की उक्त शिकायत का सत्यापन किये जाने पर सही पाये जाने के उपरांत एसीबी, अंबिकापुर, द्वारा कार्यवाही करते हुए आज आरोपी को प्रथम किस्त राशि 50 हजार रू. रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ तहसीलदार कार्यालय जशपुर में पकड़ा गया है। आरोपी के विरूद्ध विधिक कार्यवाही पूर्ण कर न्यायिक रिमांड पर भेजी जा रही है।