30 मार्च 2019 चंडीगढ़। पंजाब ड्रग, फूड एंड कैमिकल टेस्टिंग लेबोरेट्री खरड़ में शुक्रवार को 50 साल के बलविंदर सिंह ने जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी डॉ. नेहा शौरी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद बलविंदर मौके से भाग निकला। लेकिन ऑफिस से 50 मीटर दूर ही स्टाफ ने उसे घेर लिया। यहां आरोपी ने रिवॉल्वर माथे पर लगाई और खुद को भी गोली मार ली।
10 साल पहले नेहा शौरी ने छापेमारी कर बलविंदर की केमिस्ट शॉप से 35 प्रकार की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की थीं। शॉप सील कर दी गई। हॉस्पिटल खोला तो वह भी बंद हो गया। बस इसी बात का बदला बलविंदर सिंह ने शुक्रवार को लिया। रंजिश इतनी थी कि चार गोलियां डॉक्टर की छाती में मारीं। बलविंदर मोरिंडा का रहना वाला था। परिवार में दो बेटियां, एक बेटा, पत्नी व बुजुर्ग विधवा मां है। बड़ी बेटी विदेश में पढ़ती है। छोटी बेटी 12वीं में है और बेटा 15 साल का है।
- – रोजाना की तरह शुक्रवार को 40 साल की डॉ. नेहा शौरी ऑफिस की दूसरी मंजिल पर अपने रूम नंबर
- -211 में ड्यूटी पर तैनात थीं। नेहा अपनी 5 साल की भतीजी को भी अपने साथ दफ्तर लेकर आई हुई थीं।
- – वे अपने कैबिन में काम कर रही थीं कि सुबह 11:30 बजे लाल रंग की टी-शर्ट पहने एक शख्स अंदर दाखिल हुआ।
- – कुछ पल बात करने के बाद उसने अचानक डॉक्टर को दबोच लिया। बैग से रिवाॅल्वर निकाली और चार फायर कर दिए।
- – गोली डॉ. नेहा की बाजू और छाती पर लगी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भागने लगा।
- – गोली की आवाज सुनते ही कम्प्यूटर ऑपरेटर गुरमीत सिंह आरोपी को पकड़ने के लिए शोर मचाते हुए उसके पीछे भागा।
- – ऑफिस के दूसरे साथी भी उसके पीछे दौड़ने लगे। आरोपी पार्किंग में खड़ी अपनी बाइक नंबर पीबी-12एस-4670 पर सवार होकर भागने लगा।
- – वह लेबोरेट्री के गेट से करीब 50 मीटर आगे ही जा पाया था कि लोगों ने उसे घेर लिया। इससे आरोपी हड़बड़ाकर एक बिजली के पाले से टकरा गया।
- – तभी लैब में तैनात लैब टेक्नीशियन सुरेश कुमार ने हमलावर को पकड़ लिया। भीड़ को अपनी ओर आता देख आरोपी ने रिवाॅल्वर निकाली और अपने सीने व माथे पर गोली मार ली।
- – इसके बाद दोनों घायलों को हॉस्पिटल खरड़ ले जाया गया। डॉ. नेहा की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें मैक्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया, जहां पहुंचकर उनकी मौत हो गई।
- – वहीं, आरोपी व्यक्ति को डॉक्टरों द्वारा पीजीआई रेफर कर दिया गया, जहां पहुंचते ही उसकी भी मौत हो गई।