छत्तीसगढ़ में लोकसभा के तीसरे चरण का चुनाव 23 को, तीन दिन कांग्रेस पार्टी का तूफानी चुनाव प्रचार, दुर्ग सीट को बचाने में लगे हैं सीएम और ये तीन मंत्री…

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19 अप्रैल 2019, भिलाई। पहले और दूसरे चरण का मतदान होने के बाद अब कांग्रेस का फोकस तीसरे चरण की सात सीटों पर रहेगा। इसमें से दो लोकसभा सीट बिलासपुर और दुर्ग में शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी सभा भी करने जा रहे हैं। इसके अलावा जिन चार विधानसभा सीटों में मतदान हो चुका है, वहां के वरिष्ठ नेताओं, कुछ विधायकों और प्रत्याशियों को अब पार्टी बची हुई लोकसभा सीटों में प्रचार के लिए उतारेगी।

मतलब, अब अगले तीन दिन 21 अप्रैल की शाम तक रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, दुर्ग, जांजगीर और सरगुजा में पार्टी का चुनाव प्रचार चरम पर होगा।

  • बस्तर, कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में मतदान हो चुका है, इसलिए अब कांग्रेस के स्टार प्रचारक, पदाधिकारी, वरिष्ठ नेता, मोर्चा और संगठन के लोग बची हुए सात सीटों पर कूद पड़ेंगे।
  • बस्तर चुनाव से मुक्त होने के बाद अब मंत्री कवासी लखमा, राजनांदगांव का जिम्मा संभाल रहे हैं।
  • मंत्री मोहम्मद अकबर व पूर्व सांसद कस्र्णा शुक्ला, कांकेर क्षेत्र के आदिवासी नेता व आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, महासमुंद के प्रत्याशी व वरिष्ठ विधायक धनेंद्र साहू का उपयोग दूसरी लोकसभा सीटों पर प्रचार में किया जाएगा।
  • वहीं, मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और दूसरे वरिष्ठ नेता अब केवल अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों को ज्यादा फोकस करेंगे।
  • सभी अपने-अपने क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवारों को अधिक वोट दिलाने की कोशिश करेंगे।
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का तो अभी लगातार दौरा जारी रहेगा। मंत्री टीएस सिंहदेव सरगुजा संभाग की कमान संभाल लेंगे।
  • भले ही इस संभाग की दो विधानसभा सीट मनेंद्रगढ़ और भरतपुर सोनहत कोरबा लोकसभा क्षेत्र में आती है, लेकिन दोनों की जिम्मेदारी सिंहदेव को ही मिली हुई है।
  • न केवल उनका प्रभाव इन सीटों पर है, बल्कि उनके समर्थक और टीम भी लगी हुई है।
  • कोरबा लोकसभा की पूरी जिम्मेदारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल के कंधे पर है, हालांकि यहां की एक विधानसभा सीट मरवाही विधानसभा से लगी हुई है, जहां विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का प्रभाव है।
  • महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत ही कोरबा की प्रत्याशी हैं।
  • महंत का जांजगीर लोकसभा क्षेत्र में प्रभाव है।
  • पत्नी के कारण महंत कोरबा में व्यस्त हैं, इसलिए महंत के बेहद करीबी जयसिंह अग्रवाल को जांजगीर का भी जिम्मा मिला हुआ है।
  • रायगढ़ लोकसभा सीट मंत्री उमेश पटेल के जिम्मे छोड़ दी गई है।
  • बिलासपुर में मुख्यमंत्री के करीबी अटल श्रीवास्तव उम्मीदवार हैं, इसलिए खुद मुख्यमंत्री यहां की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

रायपुर में डहरिया और शर्मा संभाले हुए हैं मोर्चा

  • रायपुर लोकसभा क्षेत्र का मोर्चा मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने संभाल रखा है।
  • हालांकि, यहां के कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय और कुलदीप जुनेजा भी अपने-अपने क्षेत्र में पूरी मेहनत कर रहे हैं।

दुर्ग का किला बचाने लगे हैं सीएम और तीन मंत्री

  • पिछले चुनाव में कांग्रेस केवल एक लोकसभा सीट दुर्ग जीत पाई थी।
  • इस लोकसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा तीन मंत्री रवींद्र चौबे, ताम्रध्वज साहू और गुस्र् स्र्द्र कुमार राज्य कैबिनेट में हैं।
  • दुर्ग लोकसभा सीट हाथ से न निकले, यह इन चारों की प्रतिष्ठा का सवाल है।

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