भूकंप के झटकों से कांप रहा है मंगल ग्रह, 4.2 तीव्रता की गई दर्ज…..

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नई दिल्ली। धरती की तरह मंगल ग्रह पर भी भूकंप आते रहते हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के इनसाइट लैंडर (InSight Lander) ने हाल में ही मंगल पर भूकंपीय झटकों का पता लगाया है। मंगल ग्रह की सतह पर पहुंचे इनसाइट लैंडर ने सतह के नीचे कुछ गड़गड़ाहट की आवाज रिकॉर्ड की है। नासा जांच ने अब मंगल पर सबसे बड़े और सबसे लंबे समय तक चलने वाले भूकंप का पता लगाया है जिसकी तीव्रता 4.2 मापी गई है। मंगल ग्रह को हिलाने वाला ये भूकंप लगभग डेढ़ घंटे तक चला।

18 सितंबर को आया ये भूकंप

इनसाइट लैंडर द्वारा केवल एक महीने में दर्ज की गई तीसरी ऐसी बड़ी घटना है। इनसाइट लैंडर ने 25 अगस्त को अपने सीस्मोमीटर पर 4.2 और 4.1 तीव्रता के दो भूकंपों का पता लगाया था। नासा ने कहा कि 18 सितंबर को आया 4.2 तीव्रता का भूकंप पिछले भूकंपों का पांच गुना था। 2019 में मंगल पर 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। वैज्ञानिकों के अनुसार, भूकंप इनसाइट लैंडर के वर्तमान स्थान से लगभग 8,500 किलोमीटर दूर आया था। जो लैंडर द्वारा अब तक खोजा गया सबसे दूर का भूकंप है। वैज्ञानिक अब उस भूकंप के केंद्र का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उस जगह से बहुत दूर हुआ था, जहां से इनसाइट लैंडर ने मंगल की सतह पर हुए पिछले सभी बड़े भूकंपों का पता लगाया था।

रात में भूकंप का पता लगाता है इनसाइट का सीस्मोमीटर
इनसाइट लैंडर ने मार्स की सतह पर आए पिछले भूकंपों का पता Cerberus Fossae में लगाया गया है, जो लगभग 1,609 किलोमीटर दूर एक क्षेत्र है जहां पिछले कुछ मिलियन सालों में लावा बह सकता था। इनसाइट का सीस्मोमीटर आमतौर पर रात में भूकंप का पता लगाता है, जब ग्रह ठंडा हो जाता है और हवाएं कम होती हैं। हालांकि इस बार यह अलग था। नासा ने एक बयान में कहा, ” दोनों में अंतर होने के बावजूद, दो अगस्त को मंगल पर आए दोनों भूकंपों में कुछ समान है। दोनों दिन के दौरान आए, जब मंगल ग्रह पर सबसे ज्यादा शोर होता है और तेज हवाएं चलती हैं।