22 अक्टूबर, 2019 रायपुर। छत्तीसगढ़ में होने वाले राज्योत्सव के निविदा प्रक्रिया के लिए और अफसरों की मनमर्जी से खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भड़क उठे। दरअसल नाराज़ मंत्री ने शाम चार बैठक बुला कर सबसे पहले पूछा
“मंत्री क्यों होता है.. किस लिए होता है.. या सब ख़ुदमुख़्तारी है.. जो जी में आएगा.. जैसा चाहेंगे वैसा कर लेंगे आप लोग”
जानकारी के मुताबिक राज्योत्सव के लिए निविदा आमंत्रित की गई थी जिसे जमा होने के बाद निरस्त भी कर दी गईं। इस प्रक्रिया की सहमति अनुमोदन की बात तो दूर मंत्री अमरजीत भगत को कोई जानकारी तक नहीं दी गई ।
टेंडर कैंसल होने की जानकारी पर लोगों ने जब मंत्री से शिकायत दर्ज कराई तब मंत्री भगत को पता चला कि टेंडर कॉल ऑनलाइन हुआ था। संस्कृति विभाग के कलाकारों का भुगतान लंबे समय से अटका हुआ है, इस पर मंत्री ने नाराजगी व्यक्त की जबकि इस मसले को लेकर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे।