रायपुर 10 जुलाई, 2020। छत्तीसगढ़ में मनरेगा मजदूरों की सुरक्षा के लिए पंचायत विभाग ने पहल की है। अब मनरेगा श्रमिकों को एचआईव्ही-एड्स (HIV-AIDS) के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्हें ग्रामसभा एवं रोजगार दिवस कार्यक्रमों में इस बीमारी के प्रति जागरूक करने और इससे बचाव के तरीकों व जरूरी सावधानियों के बारे में बताया जाएगा। मनरेगा आयुक्त कार्यालय द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टरों को परिपत्र जारी किया गया है। कलेक्टरों को जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर कोविड-19 से बचाव संबंधी सभी दिशा-निर्देशों के साथ ही एचआईव्ही-एड्स के बारे में भी मनरेगा मजदूरों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
मनरेगा आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी परिपत्र में कहा गया है कि प्रदेश में अभी मनरेगा के अंतर्गत करीब साढ़े 34 लाख सक्रिय जॉबकॉर्डधारी परिवार हैं। योजना में बड़ी संख्या में ग्रामीण परिवारों की भागीदारी को देखते हुए केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कार्यस्थलों पर श्रमिकों खासकर महिला श्रमिकों को एचआईव्ही-एड्स के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामसभा की बैठक और रोजगार दिवस के आयोजन के दौरान मजदूरों को इस बारे में जागरूक किया जा सकता है। मनरेगा आयुक्त कार्यालय ने कलेक्टरों को इसके लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है।