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05 दिसंबर 2018 भिलाई। अहिवारा उप तहसील में तीन महीने पहले पदस्थ रहीं नायब तहसीलदार सरिता मढरिया को राज्य शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उनका एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वे प्रमाणीकरण के नाम पर किसी से 1 हजार रुपए लेते नजर आ रही हैं। इस वीडियो के आधार पर पहले कलेक्टर, फिर संभाग आयुक्त के पास शिकायत हुई। इसके बाद सरिता का ट्रांसफर जरूर हुआ, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने सीधे राजस्व विभाग के सचिव से शिकायत की। जहां से सरिता को निलंबित कर दिया गया।
05 दिसंबर 2018 भिलाई। अहिवारा उप तहसील में तीन महीने पहले पदस्थ रहीं नायब तहसीलदार सरिता मढरिया को राज्य शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उनका एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वे प्रमाणीकरण के नाम पर किसी से 1 हजार रुपए लेते नजर आ रही हैं। इस वीडियो के आधार पर पहले कलेक्टर, फिर संभाग आयुक्त के पास शिकायत हुई। इसके बाद सरिता का ट्रांसफर जरूर हुआ, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने सीधे राजस्व विभाग के सचिव से शिकायत की। जहां से सरिता को निलंबित कर दिया गया।
बानबरद के ग्रामीणों ने की थी शिकायत
– दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नायब तहसीलदार के खिलाफ बानबरद अहिवारा के ग्रामीणों ने शिकायत की। इसमें कहा गया कि वह सरकारी कामों के लिए लगातार चक्कर लगवाती हैं।
– परेशान लोगों से काम के एवज में पैसों की डिमांड करती हैं। इस शिकायत के साथ वीडियो भी भेजा गया।
– इसके आधार पर सचिव एनके खाखा ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 के नियम 9(1) क के तहत नायब तहसीलदार सरिता मढरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
– वर्तमान में सरिता रायपुर में नायब तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं।
जिम्मेदारों ने भी हल्के में लिया
– वीडियो करीब 3 महीने पुराना बताया जा रहा है। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन से शिकायत भी हुई, लेकिन न ही जांच हुई, न ही किसी प्रकार की कार्रवाई।
– जबकि मामले में कार्रवाई का अधिकार तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर से लेकर संभाग आयुक्त के पास सुरक्षित है।
– शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने सचिव राजस्व विभाग से लिखित शिकायत की। इसके बाद यह कार्रवाई हुई।
– जबकि मामले में कार्रवाई का अधिकार तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर से लेकर संभाग आयुक्त के पास सुरक्षित है।
– शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने सचिव राजस्व विभाग से लिखित शिकायत की। इसके बाद यह कार्रवाई हुई।