रायपुर 19 जुलाई, 2019। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन की कार्यवाही जारी है। सदन में आज फिर किसानों का मुद्दा गूंजा। और बिजली कटौती के मुद्दों पर भी जमकर हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के विधायकों ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक दिन सदन की कार्यवाही बढ़ाने की मांग की और सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए रोकनी भी पड़ी।
- शून्य काल में प्रदेश में सूखे के हालात का मामला उठा। भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर, पूर्व सीएम और विधायक रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस पर स्थगन लाकर चर्चा कराने की मांग की।
- विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में सूखे के हालात हैं, लेकिन सरकार की तैयारियां नहीं हैं। बिजली नहीं मिल पा रही है। किसान धान नहीं सींच पा रहे हैं। कृषि विभाग की क्या तैयारियां है, इसकी जानकारी यहां दी जाना चाहिए।
- भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा सत्र को एक दिन बढ़ाकर इस पर चर्चा की जानी चाहिए।
- जेसीसीजे विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि किसानों का मामला बहुत गंभीर है। छत्तीसगढ़ में आसन्न अकाल को देखते हुए, सत्र को एक दिन बढ़ाकर इसपर चर्चा होनी चाहिए। इससे सरकार को भी आइडिया मिलेगा। वहीं जनता को भी पता चलेगा सरकार क्या कर रही है।
- वहीं विधायक मोहन मरकाम ने इस पर कृषि मंत्री का वक्तव्य आने देने की बात कही।
- इसके बाद विपक्ष के विधायकों ने खूब हंगामा किया और सरकार को किसान विरोधी बताते हुए नारेबाजी की।