छत्तीसगढ़ से अनुसूचित जाति की पहली महिला, पदमा मनहर को अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बनकर दिया गया राज्यमंत्री का दर्जा….

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सारंगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामजी भारती के 12 अगस्त को रिटायर होने के बाद पदमा मनहर ने उपाध्यक्ष का पदभार संभाला है। इसके साथ ही वे छत्तीसगढ़ से अनुसूचित जाति की पहली महिला उपाध्यक्ष बन गई है। आपको बता दें छत्तीसगढ़ में पदमा मनहर 2008 से 2013 तक पूर्व विधायक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महामंत्री एवं जांजगीर लोकसभा की प्रभारी रही है। पदमा मनहर अनुसूचित जाति आयोग में 21 जुलाई 2020 को आयोग की सदस्य बनी। वर्तमान में उन्हें अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बनकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है। अध्यक्ष रामजी भारती के रिटायर होने के बाद आयोग के अध्यक्ष का कार्यभार पदमा मनोहर द्वारा ही संभाला जा रहा है।

प्रदेश में आयोग की ओर से अनुसूचित जाति के कल्याण और विकास के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। अनुसूचित जाति के लोगों तक सरकार की योजना पहुंचाने के लिए आयोग की तरफ से कई रणनीतियां बनाई गई जिसके तहत जिला स्तर पर सेमिनार किए जा रहे हैं। ताकी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। पदमा मनहर का कहना है कि अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों और हितों का संरक्षक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग समुदाय के हितों की रक्षा के लिए अतिसक्रियता से काम कर रहा है।