“राखी” पर “सियासत”

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प्रकाशपुंज पाण्डेय

भाई-बहन के अटूट विश्वास और प्रेम का प्रतीक, “राखी” का त्योहार आने को है, लेकिन अब यह त्योहार भी राजनीति से अछूता नहीं रहा। राजनीतिक विश्लेषक और समाजसेवी प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने मीडिया के माध्यम से ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ में दो प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच अब “राखी” पर सियासत तेज़ हो गई है। छत्तीसगढ़ की बेटी, राज्यसभा सांसद और भाजपा नेत्री सरोज पांडे ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को “राखी” भेजी है, साथ ही एक पत्र भी जिसमें “राखी” के उपहार स्वरूप उन्होंने अपनी एक इच्छापूर्ति का वरदान मांगा है और वो है ‘छत्तीसगढ़ में संपूर्ण शराबबंदी’।

प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने कहा है कि भाजपा नेत्री की मांग बिल्कुल ही जायज़ है क्योंकि शराब किसी भी प्रकार से समाज के लिए लाभदायक व लाभकारी नहीं है। इससे कई परिवार उजड़ जाते हैं और जनता के स्वास्थ्य की भी हानि होती है। उनकी इस मांग और “राखी” के बदले उपहार का छत्तीसगढ़ का प्रत्येक नागरिक समर्थन करता है क्योंकि उनकी मांग सर्वथा जायज़ है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को उनकी इस मांग को पूरा भी करना चाहिए। लेकिन उससे पहले एक बड़ा प्रश्न खड़ा होता है कि क्या इन भाजपा नेत्री ने अपने शेष भाइयों से भी कभी इस उपहार की मांग है? मेरा संदर्भ है छत्तीसगढ़ की सत्ता पर 15 सालों तक राज करने वाले तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से, मेरा संदर्भ है 7 सालों से देश की सत्ता पर राज करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से, मेरा संदर्भ है देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से! क्या बहन सरोज पांडे ने कभी इन लोगों से “रक्षाबंधन” पर “शराबबंदी” का उपहार मांगा है? और अगर नहीं तो क्यों? यह जवाब तो जनता पूछेगी और उनको जवाब भी देना चाहिए, क्योंकि अगर वह एक भाई से उपहार मांग रही हैं तो दूसरे भाई से आज तक इस उपहार क्यों नहीं मांगा? और अगर मांगा है तो क्या उन भाइयों ने उन्हें ये उपहार क्यों नहीं दिया? मतलब क्या उन्होंने अपने भाई होने का कर्तव्य नहीं निभाया? सवाल तो बनता है और अगर भाजपा नेत्री सरोज पांडे ने अपने शेष भाइयों अमित शाह, नरेंद्र मोदी और डॉ रमन सिंह से इस उपहार को नहीं मांगा है, तो क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से ही क्यों? और अगर भाजपा नेत्री सरोज पांडे ने अपने शेष भाइयों अमित शाह, नरेंद्र मोदी और डॉ रमन सिंह से इस उपहार को नहीं मांगा है तो क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जो कि अभी डेढ़ साल से छत्तीसगढ़ की सत्ता में हैं, उनसे यह उपहार मांगना राजनीति से प्रेरित नहीं है?
जनता यह सवाल पूछ रही है माननीय सांसद महोदया। आपको उचित लगे तो जवाब जरुर दीजिए।