रायपुर-भिलाई शहर के कचरे से बनेगा जैविक इंधन, राज्य सरकार ने किया त्रिपक्षीय MOU, 100 करोड़ का होगा इन्वेस्टमेंट

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रायपुर, राज्य सरकार ने भिलाई और रायपुर निगम क्षेत्र की साफ सफाई का ध्यान रखते हुए बायो गैस प्लांट स्थापित करने जा रही है। जिसके लिए राज्य सरकार ने आज त्रीपक्षीय एमओयू किया है। नगर निगम रायपुर और भिलाई में नगरीय ठोस अपशिष्ट आधारित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना के लिए त्रिपक्षीय एमओयू किया।


• नगर निगम रायपुर और भिलाई में नगरीय ठोस अपशिष्ट आधारित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना के लिए त्रिपक्षीय एमओयू
• परियोजना को पूरा करने के लिए राज्य सरकार करेगी हर संभव सहयोग : उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव
• बायो गैस संयंत्र प्रतिदिन लगभग 200 से 250 मीट्रिक टन कचरे का उपयोग कर जैव ईंधन का उत्पादन करेगा
• भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड दो संयंत्रों में लगभग 100 करोड़ रूपए का करेगा निवेश

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना स्वच्छ शहर और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में उप मुख्यमंत्री अरुण साव की उपस्थिति में, नगर पालिका निगम रायपुर और नगर पालिका निगम भिलाई में नगरीय ठोस अपशिष्ट से कम्प्रेस्ड बायो गैस उत्पादन संयंत्र की स्थापना के लिए किए गए त्रिपक्षीय समझौते के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में रायपुर और भिलाई नगर निगम में 100-150 टन प्रति दिन क्षमता के नगरीय ठोस अपशिष्ट पर आधारित कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना के लिए भारत सरकार के उपक्रम भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, राज्य के नगर पालिक निगम रायपुर और भिलाई तथा छत्तीसगढ़ बायो फ्यूल विकास प्राधिकरण के मध्य त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौते पर छत्तीसगढ़ बायो फ्यूल विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमित सरकार, भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड मुंबई के मुख्य महाप्रबंधक अनुराग सारावगी, नगर पालिका निगम रायपुर के कमिश्नर अविनाश मिश्रा और नगर पालिका निगम भिलाई के कमिश्नर देवेश कुमार ध्रुव ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज ऐतिहासिक अवसर है। जब स्वच्छ राज्य और स्वच्छ ऊर्जा के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्थापित होने वाले दो कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्रों में लगभग 200 से 250 मीट्रिक टन नगरीय ठोस अपशिष्ट का उपयोग प्रतिदिन जैव ईंधन के उत्पादन में किया जाएगा। भारत पेट्रोलियम कार्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा राज्य में इन दो संयंत्रों की स्थापना के लिए लगभग 100 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संयंत्रों की स्थापना से राज्य में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 60 हजार मानव दिवस प्रतिवर्ष रोजगार का सृजन होगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्रों में पूर्ण क्षमता से उत्पादन एवं विक्रय होने पर राज्य को प्रतिवर्ष 45 लाख रुपए का जीएसटी प्राप्त होगा। साथ ही संयंत्र में सह-उत्पाद के रूप में जैविक खाद होगा। इससे छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा। कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्रों की स्थापना से राज्य शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने समझौते में शामिल सभी पक्षों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ शहर और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार अग्रसर है। इस परियोजना से हमारे नागरिकों को स्वच्छ ऊर्जा के साथ रोजगार के भी अवसर मिलेंगे। नगरीय प्रशासन और विकास विभाग इस परियोजना के प्रत्येक चरण में पूर्ण सहयोग और संसाधनों को उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से भारत सरकार की योजनाओं का सतत लाभ रायपुर और भिलाई शहर के नागरिकों को प्रदान किए जा रहे हैं।