04 अगस्त 2019, भिलाई। छत्तीसगढ़ के सबसे अधिक आबादी वाले तैलिक साहू संघ का संगठन चुनाव चार अगस्त 2019 को टिकरापारा स्थित साहू सदन में हुआ। छत्तीसगढ़ साहू संघ के प्रदेश अध्यक्ष के लिए कुल सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। जिनमें से अुर्जन हिरवानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी शांतनु साहू को 17 मतों के अंतर से पराजित कर साहू समाज के प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित हुए। निर्वाचन अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन हिरवानी को 43, शांतनु साहू को 26, सनद कुमार साहू को 24, बरसाती साहू को 11, नीलकंठ साहू और विमलकुमार साहू को एक-एक मत मिला। जबकि, बाबूलाल साहू को एक भी मत नहीं मिला । महिला उपाध्यक्ष के लिए सरिता साहू और यमला साहू के बीच हुए सीधे मुकाबले में सरिता दस मतों के अंतर से जीती। सरिता को 58 और यमला को 48 वोट मिले। उपाध्यक्ष पुरूष वर्ग में तुलसीदास साव को 52, अमरनाथ साहू को 35 और गोविंदराम साहू को 19 वोट मिला। इस तरह पुरूष वर्ग में तुलसीदास साव उपाध्यक्ष चुने गए । चुनाव शांतिपूर्ण और गरिमामय ढंग से संपन्न हुआ। नवनिर्चाचित अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी उपाध्यक्षद्वय तुलसीदास साव, सरिता साहू मिलकर प्रदेश कार्यकारिणी और अन्य पदाधिकारियों का मनोनयन करेंगे।
संगठन चुनाव में यह पहली बार हुआ है जब एक जिले से केवल तीन लोगों को ही मताधिकार का अवसर मिला। खर्चीले चुनाव और शक्ति परीक्षण की स्थिति को रोकने के लिए सर्वसम्मति से प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से निर्वाचन संपन्न कराने का निर्णय लिया गया था।
निर्वाचन अधिकारी हनुमत प्रसाद साहू ने बताया कि मतदान के लिए सभी जिलों में अधिसूचना प्रकाशित कर सबसे बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की गई थी। सभी संगठन परिक्षेत्र, तहसील व जिला के संगठन पदाधिकारियों को निर्वाचन की पूर्व सूचना दी गई थी। इस चुनाव में सभी की बराबर हिस्सेदारी रहे, इसका विशेष ख्याल रखा गया। मतदान को सफल बनाने के लिए निर्वाचन टीम के साथ सभी सामाजिक बंधुओं ने अपनी अपनी सहभागिता दी। निर्वाचन की टीम के साथ पुलिस प्रशासन की ओर से पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी। छत्तीसगढ़ से आए हुए सामाजिक जनों की भीड़ को देखते हुए मतदान स्थल पर बारीकी से निगरानी किया गया। किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति निर्मित नही हुई।
निर्वाचन के दौरान की प्रमुख झलकियां:-
- मतदान केंद में सिर्फ मतदाताओं को ही प्रवेश की अनुमति दी गई थी । अन्य व्यक्तियों का प्रवेश मतदान केन्द्र के अंदर वर्जित किया गया।
- मतदाताओं को पहचान पत्र दिखाने के बाद ही केन्द्र में प्रवेश की अनुमति मिली। इसके लिए पहले से ही सभी मतदाताओं को सूचना दे दी गई थी।
- मतदाताओं का आईडी कार्ड को सिर्फ निर्वाचन अधिकारियों को देखने की व्यवस्था की गई थी।
- किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा की पर्याप्त की गई थी। समाज सेवकों के अलावा पुलिस बल की तैनाती थी।
चुनाव संपन्न कराने में इनकी रही अहम भूमिका
निर्वाचन अधिकारी हनुमत प्रसाद साहू, प्रकाश सेठ ऑब्ज़र्वर (भोपाल), सहायक निर्वाचन अधिकारी आनंदराम साहू, रमेश साहू, नंदकुमार साहू (टिकरापारा), किरण आडिल के साथ सहयोगी नंदकुमार साहू (राजीव नगर), सुशीला साहू, गोपी साहू ने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किए।